आज मना रहे हैं मकर संक्रांति, तो जानें शुभ मुहूर्त, मंत्र एवं पूजा विधि

 


मकर संक्रांति का पर्व इस साल दो दिन 14 जनवरी और 15 जनवरी को मनाया जा रहा है। आइए जानते हैं मकर संक्रांति के दिन शुभ मुहूर्त, मंत्र एवं पूजा विधि के बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित योगेंद्र नाथ त्रिपाठी 

मकर संक्रांति का पर्व इस साल दो दिन 14 जनवरी और 15 जनवरी को मनाया जा रहा है। स्थान आधारित पंचांग और पुण्यकाल के कारण ऐसी स्थिति बन गई है। अब आप 14 जनवरी दिन शुक्रवार को मकर संक्रांति मना रहे हैं, तो आपके लिए शुभ मुहूर्त कल के अनुसार दिया जा रहा है। यदि आप 15 जनवरी दिन शनिवार को मकर संक्रांति मना रहे हैं, तो आपके लिए उस दिन के आधार पर शुभ मुहूर्त दिया जा रहा है। आइए जानते हैं मकर संक्रांति के दिन शुभ मुहूर्त, मंत्र एवं पूजा विधि के बारे में।


14 जनवरी का मुहूर्त

मकर संक्रांति का क्षण या सूर्य का मकर राशि में प्रवेश: दोपहर 02 बजकर 43 मिनट पर मकर संक्रांति का पुण्य काल: दोपहर 02 बजकर 43 मिनट से लेकर शाम 05 बजकर 45 मिनट तक मकर संक्रान्ति महा पुण्य काल: दोपहर 02 बजकर 43 मिनट से शाम 04 बजकर 28 मिनट तक।


पूजा समय

धार्मिक मान्यता के अनुसार, संक्रांति का पुण्य काल 6 घंटे पूर्व से लेकर 6 घंटे बाद तक मान्य होता है। ऐसे में आप 14 जनवरी को मकर सक्रांति पर सूर्य देव की पूजा सुबह 08 बजकर 43 मिनट के बाद प्रारंभ कर सकते हैं। इस दिन शुक्ल योग दोपहर 01 बजकर 36 मिनट तक है और उसके बाद ब्रह्म योग शुरु हो जाएगा। इस दिन का शुभ मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 09 मिनट से दोपहर 12 बजकर 51 मिनट तक है।


15 जनवरी को मकर सक्रांति का मुहूर्त

मकर संक्रांति का क्षण या सूर्य का मकर राशि में प्रवेश: 14 जनवरी की रात 08:49 बजे से मकर संक्रांति का पुण्य काल: 15 जनवरी दिन शनिवार को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट तक पूजा मुहूर्त: सूर्योदय के बाद से प्रारंभ, 15 जनवरी को ब्रह्म योग दोपहर 02 बजकर 34 मिनट तक है। उसके बाद से इंद्र योग लग जाएगा। ब्रह्म योग को मांगलिक कार्यों के लिए शुभ माना जता है। इस दिन रवि योग रात में 11 बजकर 21 मिनट से शुरु हो रहा है। इस दिन का शुभ मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 10 मिनट से दोपहर 12 बजकर 52 मिनट तक है।


मकर संक्रांति पूजा मंत्र

मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव की पूजा की जाती है। इस दिन आपको सूर्य देव के मंत्र ॐ सूर्याय नम:, ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः, ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर: का जाप करते हुए पूजा कर सकते हैं। इन तीन मंत्रों में से जो आप आसानी से उच्चारण कर सकें, उसका उपयोग करें।


मकर संक्रांति पूजा विधि

1. मकर संक्रांति के दिन शुभ मुहूर्त में स्नान कर लें। स्नान के पानी में काला तिल, हल्का गुड़ और गंगाजल मिला लें।

2. इसके बाद साफ वस्त्र धारण करें। एक तांबे के लोटे में पानी भर लें।

3. अब उसमें काला तिल, गुड़, लाल चंदन, लाल पुष्प, अक्षत् आदि मिला लें।

4. इसके बाद सूर्य देव को स्मरण करके उनके मंत्र का जाप करें।

5. फिर उनको वह जल अर्पित कर दें।

6. उनसे अपने निरोगी जीवन और धन्य धान्य से पूर्ण घर देने की मनोकामना करें।

7. सूर्य देव की पूजा के बाद शनि देव को काला तिल अर्पित करें। आज के दिन सूर्य और शनि देव की काले तिल से पूजा करने पर दोनों ही प्रसन्न होते हैं। 

8. जो लोग 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाएंगे, उनको तो शनि देव की अवश्य पूजा करनी चाहिए क्योंकि इस दिन शनिवार भी है।

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