बाढ़ पीड़ितों की बचाव में की गई माँ गंगा की आरती

घंट-घड़ियाल के बीच गूंजे हर हर गंगे की जयघोष 

गुरुवार को सूर्यकुण्ड धाम सरोवर पर की गई 289वीं गंगा आरती 

बाढ़ से जल्द मिले निजात की गई कामना के साथ बाढ़ में त्रासदी झेल रहे लोगों के लिए सूर्यकुण्ड धाम सरोवर पर की गई मां गंगा की आराधना


गोरखपुर। सूर्यकुण्ड धाम जीर्णोद्धार समिति के तत्वाधान में 289वां गुरुवारिया महाआरती 9 सितंबर को हर हर महादेव, हर हर गंगे के उद्घोष के साथ धाम सरोवर पर की गई मां गंगा की आरती। इसके मुख्य अतिथि युवा पर्वतारोही नीतीश सिंह रहे। उन्होंने सबसे पहले मुख्य मन्दिर में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भगवान लक्ष्मी नारायण की पूजा अर्चना की। इसके पश्चात धाम सरोवर पर स्थापित मां गंगा के प्रतिमा के समीप आरती का शुभारंभ किया। इस दौरान हर हर महादेव, हर हर गंगे की जयघोष गूंज रहे थे। घंट-घड़ियाल और शंखनाद की ध्वनि से पूरा परिसर गूँज उठा। इस 289वें गुरुवारिया आरती का मुख्य उद्देश्य बाढ़ से घिरे लोगों के बचाव के लिए था। बाढ़ से पीड़ित लोगों के लिए मां गंगा से आराधना कर, अपने धारा प्रभावों को सीमित करने की कामना की गई। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग इस महाआरती में शामिल होकर अपनी आस्था व श्रद्धा निवेदित की। विगत कई वर्षों से चल रही महाआरती के क्रम में गुरुवार को 289वीं गंगा आरती की गई। कार्यक्रम में कोविड-19 को ध्यान में रखकर इसका पूर्ण रूप से पालन किया गया। 

आरती के क्रम में सबसे पहले मुख्य मंदिर में भगवान लक्ष्मी नारायण की वेद पाठी ब्राम्हणों द्वारा विधिवत पूजन अर्चन की गई। इसके बाद भोलेनाथ, हनुमान जी, भगवान गणेश की भी आरती-पूजन किया गया। तत्पश्चात शुरू हुआ मुख्य आयोजन मां गंगा की आरती। जिसमें बाढ़ में फंसे लोगों के लिए गंगा माता की पूजा-आराधना किया गया। फिर सुमधुर स्वरों में शुरू हुआ ॐ जय गंगे माता...' की जयघोष गूंजता रहा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य अतिथि युवा पर्वतारोही नी‍तीश सिंह उपस्थित रहे।

मुख्य अतिथि युवा पर्वतारोही नी‍तीश सिंह ने बताया कि भगवती गंगा हम सब की माँ है। माँ गंगा ही नही सभी नदियों के प्रति हम मातृ भाव रखते हुए अपनी श्रद्धा अर्पित करते है। और हम संकल्प लेते है की हम इन्हें प्रदूषित नही होने देंगे। वर्तमान समय में जल का संकट पृथ्वी पर चारों तरफ हो रहा है। ऐसी परिस्थिति में यदि नदियों के प्रति श्रद्धा रखते हुए हम पूजन अर्चन करें तो माँ गंगा के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धा होगी। और माँ गंगा सभी प्रकार कष्टो को दूर करेंगी। 

नी‍तीश सिंह ने बताया कि इस समय बाढ़ से चारों ओर त्रासदी मची हुई है। बाढ़ पीड़ितों के लिए सरकार और प्रशासन अपने स्तर पर कार्य कर रही है। त्रासदी के समय आमजन की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। धाम समिति के लोग अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए इस आरती को बाढ़ पीड़ितों को समर्पित किया। यह बहुत सराहनीय कार्य है। आज की इस आरती में हम सभी ने मां गंगा से अपने धारा प्रभावों को सीमित कर पीड़ितों को राहत पहुंचाने की आराधना की।

नी‍तीश ने बताया कि सूर्यकुण्ड जीर्णोद्धार समिति द्वारा साप्ताहिक गंगा आरती विगत कई वर्ष से किया जा रहा है। जो बहुत ही सराहनीय प्रयास है। हमारे वेद व शास्त्रों में भी आरती और हवन पूजन का विशेष महत्व बताया गया है। इससे जहां विलुप्त हो रहे हिंदी संस्कृति के प्रति लोगों में लगाव पैदा करती है तो वहीं इससे आस्था व श्रद्धा भी जागृत होती है।

उन्होंने बताया कि आरती-हवन-पूजन से प्राकृतिक वातावरण को शुद्ध करने में महत्व पूर्ण भूमिका होती है। यहां के आस पास में फैले नकारात्मक को सकारात्मक ऊर्जा फैलाने में यह कारगर साबित हो रहा है। जो समाज के सभी को लाभ पहुंचाने में समिति के लोग अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।  

कार्यक्रम में मुख्य रूप से अमरदीप गुप्ता, शीतल कुमार मिश्र, सिद्धि गुप्ता, सुधाकर त्रिपाठी, तनिष्क गुप्ता, समरेन्दू सिंह, घनश्याम पासवान, विशाल गुप्ता, अविनाश गौड़, मीना श्रीवास्तव, आकाश कुमार, उमेश गुप्ता, अमित श्रीवास्तव, त्रिलोकीनाथ बारी, हरिनारायण गुप्ता, सूरज शर्मा, राम सिंह प्रजापति समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

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