संचारी, क्षय रोग व कोविड जागरुकता के लिए निकले प्रचार वाहन

 

- अभियान से जुड़े सारे विभाग निभाएं अपनी जिम्‍मेदारी– डीएम
- विशेष संचारी रोग नियन्त्रण अभियान का हुआ शुभारंभ
- अभियान को सफल बनाने में जुटें सभी फ्रंण्‍टलाइन वर्कर्स : सीएमओ


संतकबीरनगर। विशेष संचारी रोग नियन्‍त्रण माह एवं दस्‍तक अभियान का शुभारंभ सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्र खलीलाबाद से गुरुवार को किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने हरी झण्‍डी दिखाकर प्रचार वाहनों को जिले के विभिन्‍न भागों में रवाना किया। लोगों को संचारी रोगों तथा जेई-एईएस, कोविड व क्षय रोग के बारे में जागरुक करने के लिए निकले इन वाहनों को रवाना करते समय जिलाधिकारी के साथ सीएमओ डॉ. इन्द्रविजय विश्वकर्मा, एसपी डॉ. कौस्तुभ व मुख्य विकास अधिकारी अतुल मिश्रा, एसीएमओ डॉ. मोहन झा तथा अन्य लोग उपस्थित रहे।

इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि इस अभियान में जिन विभागों की भी सहभागिता है वह दायित्‍वों का बखूबी निर्वहन करते हुए इस अभियान को सफल बनाएं। इससे पहले चलाए गए अभियानों के दौरान भी सभी विभागों ने एकजुटता का परिचय देते हुए अभियान को सफल बनाया है। गांव और नगरों में झाडि़यों की सफाई के साथ ही लार्वीसाइड्स का भी छिड़काव किया जाय ताकि मच्‍छरों के प्रजनन पर रोक लगाई जा सके जो संचारी रोगों के सबसे बड़े वाहक हैं। सीएमओ डॉ. इन्द्रविजय विश्वकर्मा ने कहा कि कोविड प्रोटोकाल को ध्‍यान में रखते हुए स्‍वास्‍थ्‍य कर्मी तथा फ्रण्‍टलाइन वर्कर्स इस अभियान में जुट जाएं तथा खुद को सुरक्षित रखते हुए इस अभियान को सफल बनाएं। सभी सहयोगी विभागों को जो दायित्‍व दिया गया है उनके निर्वहन के लिए हर समय तैयार रहना होगा। इस दौरान आशा कार्यकर्ताओं तथा उपस्थित लोगों को डीएम दिव्या मित्तल ने संचारी रोग, क्षय रोग व कोविड को जड़ से समाप्त करने का संकल्प भी दिलाया।

कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर एसीएमओ वेक्‍टर बार्न डॉ. वी पी पाण्‍डेय, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एसडी ओझा, सहायक मलेरिया अधिकारी सुनील चौधरी, डॉ वी के सोनी, डॉ केपी सिंह,क्षय रोग के जिला कार्यक्रम समन्वयक अमित आनन्द बीसीपीएम महेन्द्र त्रिपाठी, बीपीएम अभय त्रिपाठी  के साथ ही साथ विभिन्‍न विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।

संचारी रोग से बचने के लिए यह है जरुरी
  • बुखार के साथ  सिर दर्द , झटके आना, बेहोशी,बोलने में असमर्थता पर एम्‍बुलेन्‍स से नजदीकी इंसेफेलाइटिस ट्रीटमेण्‍ट सेण्‍टर भेजा जाय।
  • किसी भी अवस्‍था में बुखार होने पर किसी झोलाछाप के पास न जाएं। न ही मेडिकल स्‍टोर से दवाएं लें।
  • झाड़फूंक  के चक्‍कर में पड़कर समय न नष्‍ट करें,यह समय बहुत ही जरुरी होता है, इलाज में समय प्रबन्‍धन जरुरी।
  • किसी भी दशा में कोई भी दूषित जल न पीएं जो स्‍वास्‍थ्‍य के लिए हानिकारक हो, इण्डिया मार्का हैण्‍डपम्‍प का ही पानी पीएं ।
  • पीने वाले पानी को स्‍वच्‍छ बनाने के लिए उनका क्‍लोरिफिकेशन बहुत ही जरुरी है, इसलिए क्‍लोरीन की गोलियां का सही उपयोग करें।


कोविड प्रोटोकाल का पालन करें आशा कार्यकर्ता : डॉ. वी पी पाण्‍डेय

एसीएमओ वेक्‍टर बार्न डॉ. वीपी पाण्‍डेय ने बताया कि आशा कार्यकर्ता गृहभ्रमण के दौरान कुण्‍डी या दरवाजा नहीं खटखटाएंगी  बल्कि लोगों को नाम लेकर बुलाएंगी। साथ ही फिजिकल डिस्‍टेंसिंग का भी पूरी तौर पर अनुपालन किया जाएगा। कोई भी आशा कार्यकर्ता अभियान से वापस लौटने के बाद हाथों को साबुन से धोकर ही अपने घर के अन्‍दर जाएगी तथा अपने वस्‍त्रों को स्‍वच्‍छ रखेगी। रास्‍ते में कहीं या किसी के भी घर कुछ भी खाने पीने की बिल्‍कुल मनाही है। वह मॉस्‍क लगाए रखे। साथ ही लोगों को मॉस्‍क लगाने तथा फिजिकल डिस्‍टेंसिंग का अनुपालन करने के लिए भी प्रेरित करती रहे।

Comments