राकेश उपाध्याय के कजरी गायन से लोग मंत्रमुग्ध


गोरखपुर। राकेश उपाध्याय के कजरी गायन से लोग भाव विभोर हुए। शुक्रवार  को शाम 5 बजे से भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद (ICCR) लखनऊ के "कला विश्व" के विशेष होराजन श्रृंखला में गोरखपुर से अपनी लाईव प्रस्तुति में जाने माने लोक गायक एवं उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित राकेश उपाध्याय ने अपने गायन से देश विदेश के लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बताते चलें कि राकेश अभी तक भारत के लगभग सभी सम्मानित मंचों के अलावा दक्षिण अफ्रीका, बैंकांक, मस्कट (ओमान)और नीदरलैंड में अपनी शानदार प्रस्तुति से भारत का सम्मान बढ़ा चुके हैं।अपनी प्रस्तुति में राकेश ने सर्वप्रथम निमिया के डार मईया(देवी गीत पचरा) से किया, उसके बाद देशभक्ति गीत सुंदर सुभूमि भईया भारत के देसवा ,तिरंगा गीत-केहु बदले ना तिरंगा के निशानी हमरे, मिर्जापुरी कजरी-लछुमन कहाँ जानकी होइहें एइसन बिकट अन्हरिया ना..इस लाईव प्रस्तुति से जुड़े सभी श्रोता दर्शकों ने राकेश और उनकी टीम को खूब आशीष प्रदान किया ।उनके साथ,हारमोनियम पर सूरज मिश्रा ब्यास,ढोलक पर-गौरव मिश्र एवं साइड रीदम पर सुमन्त राय ने संगत किया ।कार्यक्रम का सुंदर संचालन कुमारी पलक ने अंग्रेजी और जर्मन भाषा में किया ।राकेश ने इस विशेष प्रस्तुति हेतु अवसर प्रदान करने के लिए आई0सी0सी0 आर0 लखनऊ के प्रति आभार प्रकट किया ।

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