जिले में 25845 कोविड मरीजों के सापेक्ष 18137 लोग होम आइसोलेशन में कोविड से स्वस्थ हुए
इस समय 3399 लोग होम आइसोलेशन में रह कर कोविड का करवा रहे हैं इलाज
ऑक्सीजन का स्तर 94 से नीचे हो या अन्य परेशानी महसूस हो तो अस्पताल में इलाज श्रेयस्कर
गोरखपुर, 15 अप्रैल 2021। कोविड के होम आइसोलेशन संबंधित प्रोटोकॉल का पालन कर इस बीमारी को बिना अस्पताल गये शिकस्त दी जा सकती है। जिले के 25845 कोविड मरीजों के सापेक्ष 18137 मरीजों ने यही विकल्प चुना। यानि 70 फीसदी से अधिक मरीज होम आइसोलेशन में कोविड को हरा चुके हैं। इस समय भी 3399 लोग होम आइसोलेशन में इलाज करवा रहे हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय का कहना है कि बस इस बात का ध्यान देना है कि अगर ऑक्सीजन का स्तर 94 से नीचे हो या फिर सांस संबंधित व अन्य कोई गंभीर परेशानी महसूस हो तो इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर की मदद से अस्पताल में इलाज करवाना श्रेयस्कर है। होम आइसोलेशन का निर्णय भी स्वयं से नहीं लेना चाहिए। अगर चिकित्सकीय सलाह है तभी यह फैसला लें अन्यथा अस्पताल का विकल्प चुनें।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. एके चौधरी की देखरेख में सर्विलांस टीम प्रत्येक कोविड मरीज की कांटैक्ट ट्रेसिंग कर रही है। टेस्ट और ट्रिटमेंट के जरिये कोविड को हराने का प्रयास जारी है। जिले में 14 मार्च से 12 अप्रैल के बीच 3801 नये कोरोना मामले सामने आए। इन केसेज के सापेक्ष 51702 लोगों की कांटैक्ट ट्रेसिंग की गयी। कोविड मरीज से हफ्ते भर में संपर्क में आए सभी लोगों की ट्रेसिंग की जाती है। कुछ ऐसे कांटैक्ट होते हैं जो कॉमन होते हैं। ऐसी स्थिति में यूनिक कोविड पॉजीटिव कांटैक्ट ट्रेसिंग की जाती है। इसी समयावधि में जिले में 3394 यूनीक केसेज प्राप्त हुए जिनके सापेक्ष 29860 कांटैक्ट ट्रेसिंग की गयी। कांटैक्ट ट्रेसिंग के साथ ही ऐसे सभी लोगों के कोविड सैंपलिंग पर भी जोर है।
सीएमओ डॉ. पांडेय ने जनसमुदाय से अपील की है कि अगर कोविड मरीज के संपर्क में आ जाते हैं तो जांच अवश्य करवा लें। सामान्य कोविड मरीज होम आइसोलेशन के नियमों का पालन करें। लोग मॉस्क, दो गज दूरी, हाथों की स्वच्छता के नियमों को गंभीरता से आत्मसात करें। अपने हाथों ने नाक, मुंह और आंख को न छुएं। अगर पास-पड़ोस में कोई प्रवासी हो या बाहर से आया व्यक्ति हो तो उसे भी कोविड जांच के लिए प्रोत्साहित करें। ज्यादा से ज्यादा जांच, इलाज और कांटैक्ट ट्रेसिंग के जरिये यह लड़ाई जीती जा सकती है।
सर्विलांस में करें सहयोग
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. एके चौधरी ने कहा है कि कोविड मरीजों को सर्विलांस के दौरान संपूर्ण सूचना साझा करनी चाहिए ताकि कांटैक्ट ट्रेसिंग बढ़िया हो और बीमारी की रोकथाम में मदद मिले। मरीज को चाहिए कि वह हर सूचना साझा करे। उसके संपर्क में जितने भी लोग आए हों उनकी सूचना देनी चाहिए। कोई भी चीज छिपानी नहीं चाहिए।
होम आइसोलेशन में इन बातों का रहे ख्याल
• घर के अन्य सदस्यों से दूरी रहे। मरीज अलग हवादार कमरे में रहें जहां खिड़कियां खुली हों।
• घरवालों से अलग शौचालय व बाथरूम हो। अलग शौचालय व बाथरूम का इस्तेमाल करें।
• मरीज को हमेशा ट्रिपल लेयर मॉस्क पहनना है। यह मॉस्क छह से आठ घंटे में बदलना है। प्रयोग किये गये मॉस्क को पेपर बैग में लपेट कर तीन दिन के बाद ही सामान्य कचरा पात्र में डालें।
• साबुन पानी से हाथों को 40 सैकेंड तक अच्छी तरह से धोएं या 70 प्रतिशत एल्कोहलयुक्त हैंड सेनेटाइजर का प्रयोग करें।
• हमेशा मॉस्क, रूमाल या कोहनी में ही खांसे या छींके।
• मरीज का बर्तन, तौलिया और चादर अलग होना चाहिए।
• दिन में दो बार बुखार और ऑक्सीजन के स्तर की जांच करें।
• अगर शुगर, बीपी या अन्य कोई रोग हो तो उसका इलाज जारी रखें।
• पानी, ताजा जूस, शूप, ताजा फल, सब्जी, प्रोटिन युक्त आहार ज्यादा लें।
• शराब, धूम्रपान या नशीली चीज का सेवन न करें।
• पालतू जानवरों से दूर रहें।
• आरआरटी और चिकित्सक की सलाह मानें।
• न घर पर किसी को बुलाएं और न ही घर से बाहर जाएं।
• मोबाइल में आरोग्य सेतु एप डाउलोड कर 24 घंटे जीपीएस और लोकेशन ऑन रखें।
• शौचालय में ढक्कनदार पॉट है तो इस्तेमाल के बाद ढक्कन को बंद कर दें।
• छुई जाने वाली चीजों को एक फीसदी सोडियम हाईपोक्लोराइड साल्यूशन से सेनेटाइज करें।
दिक्कत हो तो यहां करें फोन
जिला सर्विलांस अधिकारी ने बताया कि अगर होम आइसोलेशन के दौरान मरीज को तकलीफ हो तो अस्पताल में भर्ती करवाने के लिए आईसीसीसी के हेल्पलाइन नंबर 9532797104, 9532041482, 0551-2202205 और 0551-2204196 पर सूचित कर दें।
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