डायटिशियन पद्मिनी और उनके आयुष चिकित्सक पति ने इन्हीं उपायों से कोविड को हराया
मधुमेह मरीजों को खानपान और जीवनशैली में विशेष सतर्कता की सलाह
गोरखपुर। होम आइसोलेशन में कोविड से लड़ रहे लोगों को पौष्टिक आहार और योगा को दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए। बाबा राघव दास मेडिकल कालेज में आहार परामर्शदाता (डायटिशियन) पद्मिनी शुक्ला और संतकबीरनगर जिले में आयुष चिकित्सक व योगाचार्य उनके पति डॉ. देवेंद्र नारायण शुक्ल ने खुद इन उपायों को आत्मसात किया। पिछले साल सात अगस्त से 24 अगस्त तक इस दम्पत्ति ने होम आइसोलेशन में रहते हुए दवाओं के साथ आहार-व्यवहार व योगा के जरिये सफलता से बीमारी को परास्त किया। इस दम्पत्ति का कहना है कि जहां सामान्य मरीजों को आहार और योगा पर ध्यान देना चाहिए वहीं मधुमेह के मरीजों को तो विशेष तौर पर सतर्कता बरतनी चाहिए।
आहार परामर्शदाता ने बताया कि होम आइसोलेशन के दौरान खानपान में पारिवारिक सपोर्ट की ज्यादा आवश्यकता होती है। कोविड के सामान्य मरीजों को इस दौरान सुबह उठने के बाद ही गुनगुने पानी का सेवन करना चाहिए। सुबह-सुबह हल्दी वाले दूध या काढ़े का सेवन करना चाहिए। नाश्ते में पोहा या साबूदाने की खीर अथवा खीचड़ी का सेवन करें। सुबह दस बजे तक कोई मौसमी फल अवश्य लें। दोपहर 12 से एक बजे के बीच लंच में रोटी, दाल, सब्जी का सेवन करें। पनीर अथवा अंडे की सब्जी का भी सेवन करना बेहतर है। शाम चार बजे के करीब भुना हुआ तलमखाना ले सकते हैं। तली चीजें नहीं लेनी हैं। शाम को एक गिलास हल्दी दूध लें या हल्की चाय भी ले सकते हैं। रात में भी पौष्टिक भोजन के सेवन के बाद हल्दी दूध लेना न भूलें।
आयुष चिकित्सक एवं योगाचार्य डॉ. देवेंद्र नारायण ने बताया कि योगशास्त्र में मिताहार को विशेष महत्व दिया गया है। पेट का आधा हिस्सा अन्न से भरें, जबकि एक चौथाई हिस्सा पानी से भरा जाना चाहिए। बचा हुआ एक चौथाई हिस्सा हवा के लिए खाली रहना चाहिए। सात्विक आहार पर विशेष बल दिया गया है। मसलन फल, साग-भाजी, दूध, दही, छाछ, मक्खन और घी का भी सामान्य मरीज सेवन कर सकते हैं। होम आइसोलेशन के दौरान मरीजों को योगासन और प्राणायाम अवश्य अपनाना चाहिए। खासतौर से मधुमेह के मरीजों को तो संतुलित खानपान के अलावा योगा का अनुसरण अवश्य करना चाहिए। मधुमेह मरीजों को अनुलोम-विलोम, कपाल भाति, सिद्धासन, सर्वांगासन, मत्स्यासन, मत्स्येंद्रासन, टलासन, चक्रासन और मयूर वज्रासन करने के बाद पुनः अनुलोम-विलोम, कपाल भाति और सूर्य नमस्कार कर 10 मिनट तक शवासन करना चाहिए।
मधुमेह मरीज आहार पर दें ध्यान
आहार परामर्शदाता पद्मिनी शुक्ला ने बताया कि मधुमेह मरीजों को खानपान में विशेष सतर्कता बरतनी है ताकि उनका शुगर लेवल सामान्य रहे। ऐसे लोगों को सुबह एक कप चाय या आधा कप दूध बिना चीनी के दो बिस्किट या मेथी के पराठे के साथ लेना चाहिए। नाश्ते में दो चपाती या दो ब्राउन ब्रेड अथवा 100 ग्राम दलिया अथवा दो अंडा (सफेद भाग) लेना चाहिए। दोपहर में एक मध्यम आकार का 50 ग्राम का फल जैसे सेब, संतरा, अमरूद या 10 पीस अंगूर ले सकते हैं। लंच में दो चपाती (60 ग्राम), एक कटोरी दाल या राजमा, एक कटोरी पत्तेदार सब्जी जो लौकी, टिंडा, कद्दू, बैगन, भिंडी या फूलगोभी भी हो सकती है। साथ में एक कटोरी सलाद और दही भी लेनी है। शाम को एक कप बिना चीनी की चाय और पोहा का सेवन करे। रात में दो चपाती (60 ग्राम), एक कटोरी दाल या एक पीस चिकन (30 ग्राम), आधी कटोरी पत्तेदार सब्जी, एक कटोरी सलाद, गाजर, प्याज ले सकते हैं। रात में सोते समय हल्दी दूध का सेवन करना चाहिए।
योग के इन उपायों पर दें ध्यान
मत्स्यासन पानी में मछली के तैरने जैसा आसन है जिसे थोड़े से अभ्यास से सीखा जा सकता है। यह प्लाविनी प्राणायाम की सहायता से किया जाता है। आयुष चिकित्सक एवं योगाचार्य डॉ. देवेंद्र नारायण शुक्ल ने बताया कि भूमि पर चित लेट कर दायां पैर बायीं जांघ पर और बायां पैर दायी जांघ पर रख कर पद्मासन किया जाता है। इस आसन में आने के बाद अपने हाथों की अंगुलियों का सांकल बना कर उस पर माथा टिकायें और श्वासोच्छवास चालू करें। इस आसन को करने से अग्नाशय के ऊपर खिंचाव और शिथिलता दोनो होता है जिससे इंसुलिन का स्रावण सामान्य रूप से होता रहता है। फेफड़ों में शुद्ध प्राणवायु का संचार होता है। सभी योगासनों का अभ्यास प्रामाणिक यू-ट्यूब चैनलों के माध्यम से किया जा सकता है। कोविड के दौरान डॉ. देवेंद्र ने खुद योगासनों की सहायता ली और होम आइसोलेशन में ही कोविड से स्वस्थ हो गये।
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