गोरखपुर। साहित्यिक धरती पर मातृ भाषा हिंदी को समर्पित भारत की सबसे बड़ी संस्था नागरी के तत्वाधान में उद्देश्य हेतु एक गोष्ठी का आयोजन मंगलवार को पन्त पार्क में किया गया। जिसमें शहर के संज़ीदा साहित्यकार उपस्थित रहे।
गोरखपुर परिक्षेत्र में साहित्यिक माहौल को और बेहतर बनाने तथा गोरखपुर को भारत का अहम साहित्यिक गहवारा बनाने के हमारे सपनों को हम सबके सहयोग और साथ की आवश्यकता पर चर्चा हुयी।
संस्था के पूर्वांचल प्रभारी सिद्धांत दीक्षित ने बताया कि बाबा गोरक्षनाथ की तपोभूमि निकट भविष्य में साहित्यिक गतिविधियों का आग़ाज़ करने हेतु 15 फरवरी को एक भव्य साहित्यिक आयोजन कराने का संकल्प लिया गया है, ज्ञात हो 19-20 दिसंबर 2020 को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नेट नगरी जो की डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में देश की अग्रणी संस्था है के माध्यम से “नागरी पर्व” का दो दिवसीय आयोजन किया गया था, जिसमें देश के प्रतिष्ठित व प्रसिद्ध कवियों की उपस्थिति थी और दूसरे दिन देश भर के 100 युवा कवियों ने वरिष्ठ कवियों की उपस्थिति में काव्य पाठ किया, इस कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. उदय प्रताप सिंह, प्रसिद्ध गीतकार राजेंद्र राजन, वरिष्ठ शायर मासूम ग़ाज़ियाबादी , प्रसिद्ध कवियित्री सोनरूपा विशाल, अंतराष्ट्रीय हास्य व्यंग्य कवि सर्वेश अस्थाना, सीनियर आई ए एस गीतकार अखिलेश मिश्र के साथ एडीएम ट्रांस गोमती विश्वभूषण मिश्र ने भी काव्य पाठ किया , इस कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में समाज सेवा कर रहे लोगों को “नागरी सम्मान” भी दिया गया। इस शुभारम्भ के अवसर पर नागरी ने अपनी विश्व स्तर की वेबसाइट www.nagari.net nagari.com भी लाँच की। प्रमुख अख़बारों से लेकर सोशल मीडिया पर इस कार्यक्रम को मिले स्नेह के बाद इस के क्रम में संकल्प पूर्ति हेतु गोरखपुर अगला पड़ाव है।
सत्र का संचालन आकृति विज्ञा 'अर्पण' ने किया। इस अवसर पर प्रियेश मालवीय, अभिषेक पांडेय, सत्यशील, आशुतोष तिवारी, प्रदीप मिश्रा ,हर्षित मिश्रा,शिवांगी पाठक, वेदांत सिंह,अमित सिंह, सलीम मज़हर,कनक आदि उपस्थित रहे। सत्र की अध्यक्षता प्रदीप मिश्रा ने की।
सभी साहित्यकारों की सुंदर रचनाओं ने मन मोह लिया।
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