कोविड टीकाकरण के पंजीकरण को नहीं किया जा रहा फोन, रहें सावधान : सीएमओ

ऐसी कोई भी कॉल आने पर विवरण देकर हो सकते हैं साइबर क्राइम का शिकार

अभी तक सिर्फ सरकारी और निजी क्षेत्रों के स्वास्थ्यकर्मियों को सूचीबद्ध कर किया गया है पंजीकरण



गोरखपुर, 29 दिसम्बर 2020। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने स्पष्ट किया है कि कोविड-19 टीकाकरण के लिए कहीं से न तो कोई कॉल की जा रही है और न ही जनसामान्य का पंजीकरण किया जा रहा है। अभी तक सिर्फ सरकारी और निजी क्षेत्रों में कार्य कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों की प्रामाणिक सूची के आधार पर उन्हीं का पंजीकरण हुआ है। अगर पंजीकरण करने के लिए कोई कॉल आए तो किसी भी प्रकार की जानकारी देने की आवश्यकता नहीं है। टीकाकरण पंजीकरण के नाम पर जानकारी देने वाले साइबर क्राइम का शिकार हो सकते हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि ऐसे प्रकरण संज्ञान में आ रहे हैं जिनमें कोविड टीकाकरण पंजीकरण के नाम पर धोखाधड़ी की जा रही है, हालांकि जनपद में ऐसा कोई मामला नहीं हुआ है। फिर भी लोगों का सतर्क रहना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि फ्रॉड करने वाले कोविड टीकाकरण पंजीकरण के नाम पर फोन करके आधार कार्ड और ई-मेल आईडी का विवरण मांगते हैं। आधार कार्ड का विवरण देने के बाद उसके वेरीफिकेशन के नाम पर ओटीपी की मांग करते हैं। जैसे ही सामने वाला ओटीपी देता है, आधार कार्ड से जुड़े बैंक खाते से रकम उड़ जाती है। इसलिए टीकाकरण के नाम पर फोन के जरिये कोई भी विवरण मांगा जा रहा हो तो उपलब्ध करवाने की आवश्यकता नहीं है।


नये साल पर रहें सतर्क

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने नये साल के जश्न में कोविड व्यवहार न भूलने की भी अपील की है। उन्होंने कहा है कि कोरोना अभी गया नहीं है। शारीरिक दूरी, मॉस्क के उपयोग न करने और हाथों की साफ-सफाई पर ध्यान न देने से लोग कोविड की जद में फिर से आ सकते हैं। इसलिए नये साल पर सार्वजनिक स्थानों पर जश्न मनाने से बचें। बिना मॉस्क लगाए सार्वजनिक स्थानों पर न जाएं। समय-समय पर हाथों को साबुन पानी या सैनेटाइजर से साफ करते रहें। अगर कोविड का कोई भी लक्षण नजर आए तो जांच अवश्य करवा लें। अगर पास-पड़ोस में कोई विदेश से आया हो तो उसे भी कोविड जांच के लिए प्रेरित करें। लोगों का अभिवादन हाथ मिला कर या गले मिल कर न करें। घर में बाहर से आने वाली चीजों को समुचित तरीके से विसंक्रमित करके ही इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि सामुदायिक सहयोग से ही इस बीमारी का उन्मूलन हो पाएगा, इसलिए अभी सभी को सतर्क रहना होगा।

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