बिहार के लाल ने किया कमाल

गिनीज बुक में नाम दर्ज, शंभू कुमार ने लगातार 80 सेकेंड तक एक सांस व एक धुन में बजाया शंख

बनारस एनसीसी ग्रुप के शंभू इंडियन आर्मी में 16 राजपूत बटालियन में है तैनात


सुधाकर यादव,

बनारस एनसीसी ग्रुप के शंभू इंडियन आर्मी में 16 राजपूत बटालियन में तैनात जवान शंभू कुमार ने एक सांस व एक धुन में लगातार 80 सेकंड तक शंख बजाकर गिनीज बुक में अपना नाम दर्ज करा लिया। बिहार के बेगूसराय जिले के बछवाड़ा गांव के शंभू कुमार ने इस उपलब्धि से अपने जिले, राज्य व राष्ट्र का मान बढ़ाया है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ए भारत भूषण बाबू एडीजी (एम एंड सी)  ने गिनीज का सर्टिफिकेट प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया है। जुलाई में ही गिनीज टीम ने दिल्ली में शंख फूंकने की इस विधा का गहन परीक्षण व रिकॉर्डिंग के बाद उनका चयन किया था।

शंभू ने बताया कि बचपन में वे बनारस के स्वामी शीतल दास ट्रस्ट के अधीन एक मठ में रहकर पढ़ाई के साथ-साथ पुजारी का काम करते थे। मठ में भगवान की आरती के समय वह शंख बजाते थे। वहां मठाधीश ने उन्हें लंबे समय तक शंख बजाने को प्रेरित किया। प्रैक्टिस के दौरान ढाई घंटे तक तक वे लगातार शंख बजाते थे। इंडिया स्टार बुक में वे 53 मिनट तथा लिम्का बुक रिकॉर्ड में 33 मिनट तक लगातार शंख बजाने का रिकॉर्ड बना चुके हैं।

गर्दन की मांसपेशियां होती हैं मजबूत
शंभू ने बताया कि शंख बजाने से गर्दन की मांसपेशियों को एक अच्छा व्यायाम मिलता है। शंख फूंकने से गला, फेफड़ा एवं उदर विकार दूर होते हैं। 1928 में बर्लिन यूनिवर्सिटी ने शंख ध्वनि पर शोध करके यह सिद्ध किया है कि इसकी ध्वनि में कीटाणु नष्ट करने की उत्तम औषधि है।

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