जो भी भोलेनाथ को सच्चे मन से याद करता है वो उसकी मनोकामना पूरी कर देते हैं।
सोमवार का दिन भगवान शिव का दिन माना जाता है। कहा जाता है कि इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से सभी तरह की मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। यही कारण है कि कोई उन्हें भोलेनाथ से याद करता है तो कोई औघड़ कह कर पुकारता है।
कहा जाता है कि जो भी भोलेनाथ को सच्चे मन से याद करता है वो उसकी मनोकामना पूरी कर देते हैं। लेकिन महादेव को जब गुस्सा आता है तो वो प्रलयकारी बन जाते हैं। शिव पुराण में 6 पाप का जिक्र है। कहा जाता है कि जो भी शख्स इन 6 पापों में से किसी भी पाप को करता है, वो शिव के कोप का भाजन होता है। आइये जानते हैं वो कौन-कौन से पाप हैं…
अगर कोई भोलेभाले इंसान को कष्ट देता है या उसे नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है, उससे भोलेनाथ नाराज हो जाते हैं और उसे कठोर डंड देते हैं।
अगर आपके मन में किसी के प्रति भी कोई दुर्भावना है या अहित सोचा है तो यह भी पाप की श्रेणी में आता है। क्योंकि भगवान से कुछ भी छिपा नहीं है। ऐसी भावना रखने वाले से भी भोलेनाथ नाराज रहते हैं।
किसी के बारे में बुरा बोलना भी पाप की श्रेणी में आता है। कहा जाता है कि ऐसे लोगों को भगवान शिव माफ नहीं करते हैं। किसी के सम्मान को ठेस पहुंचाना भी पाप की श्रेणी में आता है और यह भी अक्षम्य पाप की श्रेणी में आता है।
दूसरों के पति या पत्नी पर बुरी नजर रखना भी पाप की श्रेणी में आता है। इस तरह की भावना रखने वाले से शिव जी नाराज रहते हैं और उसे कठोर डंड देते हैं।
दूसरों के धन को हड़पने की योजना बनाना या ऐसा करना पाप की श्रेणी में आता है। ऐसे लोगों को भोलेनाथ कभी माफ नहीं करते हैं।
बुरी राह पर चलने वालों से भी भोलेनाथ नाराज रहते हैं और उन्हें भी भगवान शिव के कोप का भाजन होना पड़ता है।
Comments