"जागरूक गोरखपुर सम्मान" से नवाजे गए समाजसेवी और पत्रकार

रंगमंच को बड़े पर्दे पर उतार गई "जागो"

जागरूक गोरखपुर पत्रकार सम्मान -2020 तथा जागरूक गोरखपुर नागरिक सम्मान -2020 से 51 लोग को किया सम्मानित

फोटोजर्नलिस्ट स्वर्गीय राजीव केतन की स्मृति में आयोजित "जागरूक गोरखपुर सम्मान 2020"

बीस को मिला जागरूक गोरखपुर नागरिक सम्मान 

शहर के 16 पत्रकार को "जागरूक गोरखपुर पत्रकार सम्मान" से नवाजा गया

हास्य नाटक 'सैंया भये कोतवाल' का बड़े पर्दे पर पहली बार प्रदर्शन



गोरखपुर। कोरोना काल ने लोगों की रचनात्मकता को नया आयाम दिया है। देश दुनिया में हर रोज़ नई प्रयोगधर्मिता देखने को मिल रही है, मंगलवार को इसी की बानगी शहरवासियों को भी देखने को नसीब हुई। शहर में साहित्यिक, सांस्कृतिक और सामाजिक क्षेत्र में अनूठे प्रयोगों के लिए जानी जाने वाली संस्था जागरूक गोरखपुर (जागो) फाउंडेशन के द्वारा पहली बार एक अनूठा प्रयोग किया गया। शहर के एक प्रतिष्ठित मॉल में मौजूद सिनेमाई पर्दे पर ऐतिहासिक रूप से पहली बार रंगमंच को उतारा गया। यूं तो रंगमंच हमेशा सजीव मंचन से ही अपनी पहचान रखता है पर सिनेमाई पर्दे और रंगमंच के बीच की कड़ी के तौर पर किये गए इस अभिनव प्रयोग की संकल्पना रखी जागो के संयोजक अमित सिंह पटेल ने। शहर के प्रसिद्ध फोटोजर्नलिस्ट स्वर्गीय राजीव केतन की स्मृति में आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व शहर के जाने माने उद्यमी नवीन अग्रवाल ने इस अवसर पर कहा कि संपूर्ण भारत में संभवतः यह पहली बार है कि किसी ने ऐसा प्रयोग किया है। ऐसे प्रयोग रंगमंच को न केवल नवाचार की ओर ले जाएंगे बल्कि उसे और भी बेहतर बनाने का काम करेंगे। 



कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि एडवोकेट देश दीपक श्रीवास्तव, ज्योतिर्विद पँ नरेंद्र उपाध्याय एवं गोरखपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष मार्कण्डेय मणि त्रिपाठी ने आयोजन की सफलता पर हर्ष व्यक्त करते हुए ऐसे आयोजनों को सामाजिक नवाचार की दृष्टि से ज़रूरी बताया। 

इस अवसर पर संस्था के संयोजक अमित सिंह पटेल ने बताया कि रंगमंच के मंचीय आयाम को नया विस्तार देने की नीयत से इस कार्यक्रम की परिकल्पना की गई। स्थापित परिपाटी को तोड़कर कुछ नया करने में बेशक चुनौतियां तो आतीं हैं पर नए रास्तों क्रांतिकारी दरवाज़ा भी खुलता है।

उन्होंने बताया कि इसके पूर्व भी संस्था द्वारा तीन अनोखे रिकॉर्ड बनाने वाले कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था जिसमें स्वतन्त्रता की 73 वीं वर्षगांठ पर 73 गानों पर बिना रुके नृत्य प्रस्तुति, नवरात्र आरंभ की पूर्व संध्या को अंतरराष्ट्रीय महिला दर्शक दिवस के रूप में मनाने के साथ साथ यूपी सुपर 53 के द्वारा 53 गायिकाओं के साथ महिषासुर मर्दिनी स्रोत का गीत, संगीत और ललित कला एवं नृत्य के साथ सस्वर पाठ शामिल है। 

कार्यक्रम में संस्था के द्वारा पूर्व में रिकॉर्ड किये गए प्रसिद्ध हास्य नाटक 'सैंया भये कोतवाल' का बड़े पर्दे पर प्रदर्शन किया गया। हॉल में मौजूद दर्शकों ने कार्यक्रम का भरपूर लुत्फ उठाया।

"जागरूक गोरखपुर नागरिक सम्मान" से ये हुए सम्मानित  



इस अवसर पर समाज में अपने कार्यों  के लिए जसपाल सिंह, प्रवीण श्रीवास्तव, डॉ ऋषभ गोयल, नितिन जायसवाल, ब्लू कमांडो ट्रैफिक उदय प्रताप मिश्र, एड सिनेमा के मयंक अग्रवाल, प्रियंका, नितिन निभानी, मीना शाह, संदीप टेकड़ीवाल, डॉ त्रिलोक रंजन 


मीडिया कर्मी हुए सम्मानित



कोरोनाकाल में बिना रुके व थके  पत्रकारीय अवदानों के लिए शहर के पत्रकारों और छायाकारों का सम्मान "राप्ती सिमरन" के चीफ एडिटर डी. के. गुप्ता, "अमर उजाला" से राजेश कुमार, आनंद चौधरी, अभिनाश, "हिन्दुस्तान" से शाकम्भ त्रिपाठी, आज से डी के गुप्ता, गोरखपुर न्यूज से अजय श्रीवास्तव, अंकित स हानी, सिटी वन से अभिषेक श्रीवास्तव, "स्वतंत्र चेतना से राजू सैनी सहित 16 मीडिया कर्मी को किया सम्मानित।  मुख्य अतिथि नवीन अग्रवाल, विशिष्ट अतिथि पंडित नरेन्द्र उपाध्याय व देश दीपक श्रीवास्तव के द्वारा संपन्न हुआ |

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