लगी आस्था की डुबकी, स्नान के लिए राप्ती तट पर की गई बैरिकेडिंग

कार्तिक पूर्णिमा : स्नान के लिए राप्ती तट पर की गई बैरिकेडिंग



गोरखपुर। कार्तिक पूर्णिमा/ गुरु नानक जयंती पर सोमवार को तड़के राप्ती सहित पवित्र नदियों में कार्तिक पूर्णिमा का पवित्र स्नान शुरू हो गया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने आस्था के साथ डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं द्वारा अन्न-दान कर सुख, समृद्धि एवं शांति की कामना की गई।

ज्योतिष के अनुसार आज प्रवर्धमान औदायिक योग बनने से श्रद्धालुओं को पूजन-अर्चन का अत्यधिक फल प्राप्त होगा। राजघाट स्थित राप्ती नदी के तट पर बैरिकेडिंग की गई है। साथ ही पर्याप्त संख्या में लाइट लगा दी गई हैं जिससे श्रद्धालुओं को स्नान में कोई दिक्कत न हो। वहीं स्नान के लिए रविवार की देर रात से ही आसपास के जिलों से श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। मान्यता है कि इस दिन स्नान और दान से मनोवांछित फल मिलता है। ज्योतिर्विद पंडित नरेंद्र उपाध्याय के अनुसार, कार्तिक मास को प्रात:काल नदी या गंगा में स्नान कर विधि पूर्वक शालिग्राम की पूजा करनी चाहिए। यदि संभव हो तो सत्यनारायण व्रत कथा का भी आयोजन करें। सायंकाल पूर्णिमा को देव मंदिरों, चौराहों, गलियों, पीपल के वृक्षों और तुलसी के पौधों के पास दीपक जलाएं और गंगा के जल या अन्य नदियों के जल में दीपदान करें। इस तिथि में ब्राह्मणों को दान देने भोजन कराने जरूरतमंदों को भिक्षा देकर आशीर्वाद प्राप्त करने का विधान है। इसी दिन देव दिवाली भी मनाई जाती है।

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