एनीमिया से बचाने के लिए दी जाये आयरन की टैबलेट : डॉ. बीपी सिंह

 - एनीमिया मुक्त भारत के लिए दिया गया ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण



देवरिया, 28 दिसंबर 2020। जनपद को एनीमिया मुक्त बनाने के उद्देश्य से ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में सोमवार को आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में स्वास्थ्य विभाग के अलावा शिक्षा विभाग, आईसीडीएस, पंचायती राज, यूनिसेफ व डब्ल्यूएचओ के अधिकारियो और प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। एनीमिया मुक्त भारत के प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. बीपी सिंह ने बताया कि नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चो को आयरन सीरप दिया जायेगा, जबकि छह वर्ष से नौ वर्ष तक की आयुवर्ग के बच्चो को एनीमिया से बचाने के लिए गुलाबी कलर की आयरन टैबलेट दी जायेगी , 10 से 19 वर्ष तक के आयुवर्ग को नीले कलर की टैबलेट दी जायेगी I यूनिसेफ के जिला समन्वयक सुरेश तिवारी ने प्रशिक्षण में बताया कि एनीमिया एक प्रमुख जन स्वास्थ्य समस्या है, जिसका मुख्य कारण अल्प पोषण तथा खान-पान में लौह तत्व की कमी का होना है। किशोरावस्था में होने वाली तीव्र शारीरिक वृद्धि तथा माहवारी के दौरान रक्तस्त्राव के कारण किशोरियों में एनीमिया और उससे जुड़ी कमजोरी की संभावना अधिक हो जाती है। सरकार की ओर से किशोर-किशोरियों में एनीमिया की रोकथाम के


कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के अंतर्गत लक्ष्य की प्राप्ति अर्थात 3% एनीमिया की कमी लाना प्रत्येक आयु वर्ग में आवश्यक है। इसी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समस्त आयु वर्ग के बच्चे, किशोर-किशोरियों गर्भवती व धात्री महिलाओं को आयरन कई खुराक देने के बारे में बताया गया। प्रशिक्षण में एनीमिया को नियंत्रण करने के उपाय भी बताए गए। 


प्रशिक्षण कार्यक्रम में एसीएमओ डॉ. संजय चंद सहित स्वास्थ्य विभाग, पंचायती राज, आईसीडीएस, शिक्षा विभाग, यूनीसेफ, डब्ल्यूएचओ के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा भाग लिया।

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