-संचारी रोग नियंत्रण अभियान और राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस को सफल बनाने का सीडीओ ने दिया निर्देश
-एक वर्ष से 19 वर्ष आयु तक के बच्चों को खिलाई जाएगी कीड़े मारने की दवा
देवरिया, 29 सितम्बर 2020। संचारी रोग नियंत्रण अभियान और राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के संबंध में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) शिव शरणप्पा जीएन ने स्वास्थ्य तथा अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ सोमवार की देर शाम सीएमओ कार्यालय के धन्वंतरि सभागार में बैठक की। इसमें सीडीओ ने बताया कि 11 विभाग के लोग मिलकर संचारी रोग से बचाव के लिए काम करेंगे।
सीडीओ ने निर्देश दिया कि शासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार घर-घर जाकर कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए संचारी रोगों से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने लक्षणयुक्त मरीजों को सूचीबद्ध करते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर तत्काल सूचित करने की बात कही। बैठक में सीएमओ आलोक पांडेय ने बताया कि एक से 31 अक्तूबर तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा। इसकी सफलता के लिए जनपद के 11 विभागों के कर्मचारियों का राज्य स्तर से प्रशिक्षण करा दिया गया है। इसके अतिरिक्त 29 सितंबर तक ब्लॉक स्तर के समस्त कर्मचारियों, प्रधानों आदि का प्रशिक्षण कराया जाएगा। सीएमओ ने सीडीओ को बताया कि अभियान के दौरान शामिल 11 विभाग संचारी रोगों से बचाव के लिए कार्य योजना के आधार पर कार्य करेंगे। 15 अक्तूबर तक आशा कार्यकर्ता की ओर से घर-घर जाकर दस्तक अभियान संचालित किया जायेगा। अभियान के दौरान फरवरी से अगस्त तक के मध्य जन्मे बच्चों की भी सूची तैयार करने को कहा गया, जिससे 15 अक्तूबर के बाद कार्य योजना बनाकर इन बच्चों का शत प्रतिशत टीकाकरण कराया जा सके। उन्होंने सभी विभागों को निर्देशित किया कि कार्य योजना के अनुसार स्वच्छता, सफाई, एंटीलार्वा छिड़काव, स्वच्छ शुद्ध पेयजल की उपलब्धता, सुअर बाड़ों के संचालकों का संवेदीकरण आदि कार्य लक्ष्य के अनुरूप सुनिश्चित करायें। सीएमओ ने अवगत कराया कि 28 सितंबर से सात अक्तूबर तक राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन भी किया जायेगा। इस दौरान एक वर्ष से 19 वर्ष तक के आयु वर्ग के समस्त बच्चों को आशा व आंगनबाड़ी की ओर से घर-घर जाकर कीड़े मारने की दवा खिलायी जाएगी। यह अभियान 7 अक्टूबर तक चलेगा। किसी भी अभिभावक को यह टेबलेट रखने या बाद में खिलाने के लिए नहीं देनी है। यह दवा आशा / आगंनवाड़ी के सामने ही बच्चों को खिलानी है। उन्होंने कहा हॉटस्पॉट जोन व कोविड लक्षण युक्त बच्चों को दवा नहीं खिलाई जाएगी। ऐसे बच्चों के स्वस्थ होने पर उन्हें दवा खिलाई जायेगी। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग संयुक्त रूप से प्रयासरत हैं।
बैठक में एसीएमओ डॉ. डीवी शाही, एसीएमओ डॉ संजय चंद, डॉ राजेंद्र प्रसाद, यूनिसेफ के डीएमसी डॉ. हसन, डीसीपीएम डॉ राजेश कुमार गुप्ता, डीपीओ कृष्णकांत राय, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. विकास साठे. सहायक मलेरिया अधिकारी सीपी मिश्रा सहित प्रभारी चिकित्साधिकारी व अन्य संबंधित लोग मौजूद रहे।
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