ऐसे मिलती देवी तुलसी की कृपा
माल मास यानी कि अधि मास यह भगवान विष्णु का मास माना जाता है। इस दौरान श्रीहरि के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मल मास में नारायण के साथ तुलसी मां की पूजा की जाए तो घर में सुख-समृद्धि और पारिवारिक सदस्यों के मान-सम्मान में वृद्धि होती है। आइए इस विषय पर विस्तार से जानते हैं…
मल मास में तुलसी का यह उपाय है शुभ
तुलसी वास्तु दोष निवारक भी है और शोक काटने वाली भी। इसलिए मल मास में घर में तुलसी का पौधा लगाएं। साथ ही दूसरों को भी भेंट करें। ऐसा करने से श्रीहरि की कृपा से घर-परिवार में सुख-समृद्धि आती है। मल मास में तुलसी पूजन के साथ तुलसी सेवन भी करना चाहिए इससे शरीर को अनेक चंद्रायण व्रतों के समान फल प्राप्त होता है।
यहां रखें तुलसी का पौधा, मिलेगा आशीर्वाद
मल मास में तुलसी पूजा के साथ सेवन भी करें और भगवान का आशीर्वाद पाएं। यूं तो तुलसी अमूमन लोग घर के आंगन में रखते हैं, लेकिन तुलसी का पौधा घर के बाहरी प्रांगण में होना चाहिए। मान्यता है कि तुलसी में बाहर से आने वाली हर नकारात्मकता को दूर करने की शक्ति होती है। इसलिए उसे बाहर रखना चाहिए ताकि घर-परिवार को बुरी नजर से बचाया जा सके।
घर में कलह तो मल मास में जरूर करें ये काम
अगर घर में हर वक्त कलह या अशांति रहती हो तो मल मास में तुलसी की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से घर-परिवार के सदस्यों के बीच स्नेह-प्रेम बढ़ता है। क्लेश-अशांति से राहत मिलती है। वहीं घर-परिवार में आर्थिंक तंगी हो तो तुलसी पूजा करने से देवी लक्ष्मी की भी कृपा मिलती है। इसलिए शाम के समय तुलसी के नीचे दीपक जलाकर रखें।
नहाने के जल में तुलसी का ऐसे करें प्रयोग
मल मास में नहाने के पानी में तुलसी के पत्ते डाल कर नहाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से वह जल तीर्थस्थल के जल के समान बन जाता है। इसके अलावा जितना हो सके तुलसी मंत्र ‘देवी त्वं निर्मिता पूर्वमर्चितासि मुनीश्वरैः नमो नमस्ते तुलसी पापं हर हरिप्रिये।’ और विष्णु मंत्र ‘ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नम:’ का जप करना चाहिए। इससे बिगड़ते काम बनने लगते हैं और जीवन सुख-धन-धान्य से परिपूर्ण होता है मान-सम्मान में भी वृद्धि होती है।
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