लगातार दवा खाते रहने से काफी हद तक अपने को सुरक्षित रख सकते हैं ह्दय रोगी

ह्दय रोगी रोज दवा खाएं...तनाव से रहे मुक्त : सीएमओ


विश्व ह्रदय दिवस (29 सितंबर) पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने दी सलाह



गोरखपुर, 29 सितंबर 2020। कोरोना काल के दौरान घर में रहते-रहते तनाव हो जाना स्वाभाविक है। दिल के मरीजों के लिए यह दौर बहुत चुनौतीपूर्ण है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने सलाह दी है कि दिल के मरीज नियमित दवा खाते रहें और अपनी पुरानी दिनचर्या पर कायम रहें। इससे उन्हें नई परेशानी से दो-चार नहीं होना पड़ेगा। 


मुख्य चिकित्सा अधिकारी के मुताबिक, दिल के मरीज अपनी दवाएं लगातार खाते रहें। रक्तचाप की जांच करवाते रहें। बीपी घटा या बढ़ा होने पर तनाव न लें। परेशानी होने पर अपने डॉक्टर से संपर्क करें। 


उन्होंने बताया कि कोरोना काल में लोग अलग-अलग वजहों से तनाव में हैं। दिल के 90 प्रतिशत मरीज भी तनाव के कारण परेशान हैं। वह नियमित दवा खाकर और अपने खानपान पर ध्यान रखकर बीपी को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं। 



दिल के मरीज ऐसे करें देखभाल


• ह्रदय रोगियों के लिए इस वक्त सबसे जरूरी दो ही चीजें हैं। नंबर एक- आप लोग घर पर रहें यानी शारीरिक दूरी का ध्यान रखें। कोई तनाव न लें।


• ऐसे लोग घर पर रहें, फैमिली के साथ समय बिताएं और टेंशन फ्री रहें, क्योंकि ह्रदय रोगी अगर अधिक तनाव लेंगे तो कोरोना से कुछ हो ना हो हार्ट को जरूर समस्या हो सकती है।


• जब ह्रदय रोगी परिवार के साथ होते हैं तो कार्य स्थल और समाज के दूसरे तनावों से मुक्त होते हैं। यह स्थिति उनके दिल की सेहत के लिए अच्छी होती है।


 


ऐसी होनी चाहिए ह्रदय रोगी की दिनचर्या


• कोरोना काल का अर्थ यह बिल्कुल नहीं है कि आप अपनी नियमित दिनचर्या बिगाड़ लें। अपनी दिनचर्या और सोने-जागने का समय वैसे ही रखें, जैसे पहले था।


• खुद को रिलैक्स रखें और पूरी नींद लें। डायट प्रॉपर लें और दवाइयों के प्रति लापरवाही न बरतें। क्योंकि अगर आपका सोने-जागने का वक्त बदलता है तो खाने का वक्त भी बदल जाता है, ऐसे में दवाइयों का शेड्यूल भी डिस्टर्ब होता है।


• शारीरिक तौर पर सक्रिय जरूर रहें। घर में वॉक, योग और कसरत का रुटीन बना लें। अगर पहले से आपका रुटीन है तो उसी समय पर उसे फॉलो करें। इससे आपकी बॉडी को अपनी बायॉलजिकल क्लॉक सेट रखने में मदद मिलेगी।


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