घर–घर पहुंच कर खिलाई जा रही है पेट के कीड़े मारने की दवा 

अभियान 28 सितंबर से 7 अक्टूबर तक


• प्रदेश के 45 जिलों में शुरू हो होगा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान 


• एक से 19 वर्ष के बच्चों को 7 अक्टूबर तक खिलाई जाएगी एल्बेण्डाजाल


 


गोरखपुर, 28 सितंबर 2020। जिले के बच्चों को सोमवार से आशा /आगंनवाड़ी कार्यकर्ता घर–घर जाकर पेट के कीड़े मारने की दवा एल्बेण्डाजाल खिलाएं जा रहे है। आज ग्रामीण क्षेत्र  खोराबार के अमहिया गांव से इसकी शुरुआत की गई है। यह अभियान 7 अक्टूबर तक चलेगा। यह कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग संयुक्त रूप से प्रयासरत हैं।



खोराबार के अमहिया गांव में महेश की  पुत्री मन्नत को दवा खिलाती आशा कार्यकर्ता रंजना।              फोटो।


राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के आरबीएसके व आरकेएसके के नोडल डॉक्टर नंद कुमार ने रविवार को बताया कि उत्तर प्रदेश के 45 जिलों में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान सोमवार से शुरू हो गया है। यह अभियान 7 अक्टूबर तक चलेगा। उन्होने बताया कि कोरोना महामारी के कारण आगंनवाड़ी केंद्र और स्कूल आदि बंद चल रहे हैं। इसलिए इस बार आशा और आगंनवाड़ी कार्यकर्ता की मदद से एक वर्ष से 19 तक बच्चों को एल्बेण्डाजाल की दवा घर-घर जाकर खिलाई जाएगी। किसी भी अभिभावक को यह टेबलेट रखने या बाद में खिलाने के लिए नहीं देनी है। यह दवा आशा / आगंनवाड़ी के सामने ही बच्चों को खिलानी है।  


 


डॉ. नंद कुमार ने बताया कि कोविड – 19 के सक्रमंण के चलते सभी फ्रंट लाइन कार्यकर्ताओं को खास प्रोटोकाल का पालन करने के निर्देश दिये गए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर श्रीकांत तिवारी के दिशा-निर्देशों के अनुसार अभियान में लगे सभी स्वास्थ्य कर्मी मास्क के साथ शारीरिक दूरी का पालन करते हुये बच्चों को दवा खिलाएंगे। उन्होने बताया कि ज्यादा छोटे बच्चों को टेबलेट चूरा कर पानी के साथ खिलाया जाएगा। एक से दो साल तक के बच्चे को 200 एमजी यानी आधी गोली और दो से 19 साल तक की आयुवर्ग के लोगों को 400 एमजी यानी एक गोली खानी है।बड़े बच्चों को भी दवा चबा चबाकर ही खानी है। 


 


बीमार बच्चे को न खिलाएं दवा 


किसी भी तरह की बीमारी होने पर बच्चे को एल्बेण्डाजाल टेबलेट नहीं खिलानी है। यदि किसी भी तरह उल्टी या मिचली महसूस होती है तो खबराने की जरूरत नहीं। पेट में कीड़े ज्यादा होने पर दवा खाने के बाद सरदर्द , उल्टी, मिचली, थकान होना, या चक्कर आना महसूस होना एक सामान्य प्रक्रिया है। दवा खाने के थोड़ी देर बाद सब सही हो जाता है। इसके अलावा फिर भी किसी अन्य तरह की बड़ी परेशानी हो तो मुफ्त एंबुलेंस सेवा के टोलफ्री नंबर 108 से मदद ले सकते हैं।


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