सुविधा : बुजुर्गों और सहरोगियों का एक्स-रे और पैथालॉजी जांच भी कराएगा स्वास्थ्य विभाग


  • जिले में 10 स्थानों पर है कोरोना मरीजों को भर्ती करने की सुविधा

  • अब तक करीब 82000 लोगों की कोरोना जांच कराई जा चुकी है

  • कुल हुई सैंपलिंग के सापेक्ष 11 फीसदी लोग कोरोना मरीज मिले हैं



गोरखपुर, 29 अगस्त 2020। कोरोना उपचाराधीन बुजुर्गों और सह रोगियों (जिनकों शुगर, बीपी, ह्रदय रोग, किडनी रोग, कैंसर जैसे रोग हों) के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक नयी पहल की है। जिला प्रशासन की देखरेख में कंट्रोल रूम से मिली सूचनाओं के आधार पर आवश्यकतानुसार ऐसे कोरोना उपचाराधीन का एक्स-रे और पैथालॉजी जांच भी करवाया जाएगा। एक्स-रे के जरिये फेफड़े की स्थिति के बारे में पता किया जाएगा जबकि पैथालॉजी जांच के जरिये मरीज की अन्य पहलुओं पर नजर रखी जाएगी। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने यह जानकारी देते हुए जनपद के लोगों से एक बार पुनः अपील की है कि लक्षण नजर आने पर या फिर कोरोना मरीज के संपर्क में आने पर एक बार बीमारी की जांच अवश्य करा लें।


मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि जिले में 10 स्थानों पर भर्ती कर कोरोना मरीज के उपचार की सुविधा उपलब्ध है। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की देखरेख के लिए आशा कार्यकर्ता के अलावा रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) भी सक्रिय है। उन्होंने बताया कि 28 अगस्त तक जनपद में करीब 82000 लोगों की कोरोना सैंपलिंग कराई जा चुकी है जिसके सापेक्ष 11 फीसदी लोग कोरोना धनात्मक मिले हैं। जनजागरूकता से ही इस दर को कम करना संभव हो जाएगा। प्रयास करके इसे 5 फीसदी से भी नीचे लाना होगा।


उन्होंने बताया कि 28 अगस्त तक आरटीपीसीआर विधि से 63640 सैंपल लिये गये जिनके सापेक्ष 4439 मरीज मिले। कुल 41280 एंटीजन टेस्ट किये गये जिसमे से 4113 कोरोना मरीज पाए गए। जिला अस्पताल में 1735 लोगों की ट्रूनेट विधि से जांच की गयी जिनमें से 182 कोरोना मरीज सामने आए। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन जांच की क्षमता बढ़ाई जा रही है और अब यह 3000-4000 के बीच पहुंच गई है। शीघ्र ही इसे 5000 जांच प्रतिदिन पहुंचा दिया जाएगा।


 


यहां है इलाज की सुविधा


अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नीरज कुमार पांडेय ने बताया कि होटल रायल रेजीडेंसी में 50 बेड, बड़हलगंज स्थित दुर्गावती हॉस्पिटल में 22 बेड, लेवल टू के आर्यन हॉस्पिटल में 30 बेड, न्यू उदय हॉस्पिटल में 20 बेड, फातिमा हॉस्पिटल में 54 बेड, रेलवे अस्पताल में 25 बेड, सौ बेड टीबी अस्पताल में 35 बेड की सुविधा उपलब्ध है। लेवल दो एवं तीन के बीआरडी मेडिकल कालेज में 200 बेड, होप पैनिशिया हॉस्पिटल में 72 बेड और लेवल वन के स्पोर्ट कॉलेज में 200 बेड की सुविधा मौजूद है। 


 


840 टीम है सक्रिय


जिला सहायक शोध अधिकारी केपी शुक्ल ने बताया कि जिले में 840 टीम कोरोना का सर्विलांस कर रही हैं। इनकी देखरेख के लिए 301 पर्यवेक्षक भी कार्य कर रहे हैं। डिस्ट्रिक्ट कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (डीसीपीएम) रिपुंजय पांडेय ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि वह बुजुर्गों और सह रोगियों को चिन्हित कर सुनिश्चित करें कि उन्हें एक्सरे जांच और पैथालॉजी जांच की सुविधा अवश्य मिल जाए।


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