भगवान विष्णु का प्रिय दिवस अनंत चतुर्दशी आज


भाद्रपद मास शुक्लपक्ष की चतुर्दशी तिथि को अनंत व्रत एवं अनंत भगवान यानि विष्णु भगवान का पूजन किया जाता है। इस वर्ष चतुर्दशी तिथि सोमवार 31 अगस्त को सुबह 8:30 बजे से मंगलवार एक सितंबर को सुबह 8:46 बजे तक रहेगी। इसके बाद पूर्णिमा तिथि लगेगी।


काशी पंचांग के अनुसार एक सितंबर को चतुर्दशी तिथि सूर्योदय के बाद तीन मुहूर्त से भी अधिक देर तक विद्यमान है। अनंत व्रत व पूजन के लिए उदया, मध्याह्न व्यापिनी एवं पूर्णिमा से युक्त चतुर्दशी ही निर्णय सिंधू में उचित व श्रेयस्कर मानी गई है। भविष्य पुराण के अनुसार पौर्णमांश्या: समायोगे व्रतंचानन्तकं चरेत्, यानि पूर्णिमा से युक्त चतुर्दशी तिथि को अनंत व्रत करना चाहिए। स्कंद पुराण में कहा गया है कि पूर्णिमा तिथि को मुहूर्त मात्र भी यदि चतुर्दशी तिथि हो तो उसे ही संपूर्ण तिथि मानकर अनंत भगवान यानि भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। इस प्रकार शास्त्रीय मतानुसार उदया तिथि की प्रधानता को ध्यान में रखते हुए अनंत व्रत एवं पूजन मंगलवार एक सितंबर को ही करना विशेष फलप्रद व पुण्य प्रदायक रहेगा। पूजन दिन में कभी भी कर सकते हैं, लेकिन मध्याह्न काल में पूजन करना उत्तम कहा गया है।


पं. राजेश कुमार मिश्र, भारतीय विद्वत् महासंघ


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