सुमेर सागर ताल को मूल अस्तित्व में लाने की चल रही तैयारी

जल संरक्षण व पर्यटन के रूप में विकसित किया जाएगा ताल को : गौरव सिंह सोगरवाल



गोरखपुर। महानगर के ताल पोखरे व नजूल की जमीन पर अवैध कब्जा किए हुए लोगो पर जिला प्रशासन का डंडा चला।
शहर के कुछ दबंग व भू माफिया प्रवृत्ति के लोगों की मदद से गोरखपुर के सुमेर सागर ताल के नाम से अभिलेखों में दर्ज ताल की जमीन को भू माफियाओं ने ओने पौने दाम में बेच कर मालामाल हो गए । ताल की जमीन पर हुए अवैध अतिक्रमण को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट /उप जिलाधिकारी सदर गौरव सिंह सोगरवाल के प्रयास से उसे खाली कराया गया । इससे अब मूल अस्तित्व  के रूप में विकसित कर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए खुदाई का कार्य शुरू हो गया । डेली न्यूज़ से बात करते हुए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट /उप जिलाधिकारी सदर गौरव सिंह सोगरवाल ने कहा कि कई सालों से ताल की जमीन पर अस्थाई व स्थाई अवैध अतिक्रमण किये हुए लोगों को खाली कराया गया है अब इसे मूल अस्तित्व में लाने के लिए खुदाई का कार्य शुरू हो चुका है ताल को अस्तित्व में लाने से जल संरक्षण करने में भी मदद मिलेगी । ताल को सुंदरीकरण कराया जाएगा जिससे शहर के लोगों को यहां सुबह व शाम को टहलने का मौका मिलेगा और पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित किया जाएगा। पर्यटन के दृष्टि से यह एक अच्छी जगह रहेगी।  शहर में जलभराव की समस्या से निजात दिलाने में भी यह ताल कारगर साबित होगा ।आधुनिक टेक्नोलॉजी के माध्यम से नाले नालियों के पानी को साफ करके जल संरक्षण भी किया जाएगा । सरकारी दस्तावेजों में सुमेर सागर ताल के नाम से  18 एकड़ जमीन दर्ज है। ताल के आसपास  रनिंग वाक व पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा । लोगों को देखने में भी सुंदर लगे और दोबारा इस जमीन पर अवैध अतिक्रमण ना होने पाए इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा। ज्ञात हो कि योगी आदित्यनाथ से मिलकर स्थानीय पार्षद ने सुमेर सागर ताल,जटाशंकर पोखरा से अवैध कब्जाधारियों को हटाकर सौंदर्यीकरण करने की मांग की थी जिसपर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को त्वरित कार्यवाही का निर्देश दिया था। उपजिलाधिकारी ने बताया कि सुमेर सागर ताल को खाली कराने के बाद जटाशंकर पोखरे से भी अतिक्रमण हटाया जायेगा।
बरहाल अपने कार्यों को लेकर चर्चा में बने रहने वाले तेजतर्रार आईएएस ऑफिसर गौरव सिंह सोगरवाल के कार्यों की चर्चा जनपद में खूब हो रही है।


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