- आज जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा का अंतिम दिन
- जिला महिला अस्पताल और सूर्या क्लिनिक में प्रत्येक दिन नसबंदी की सुविधा
गोरखपुर। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने जनपदवासियों को आश्वस्त किया है कि नसबंदी के लाभार्थियों को सुरक्षित सेवा दी जा रही है। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए यह सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। जिला महिला अस्पताल में प्रतिदिन पुरुष और महिला नसबंदी और सूर्या क्लिनिक में प्रतिदिन मिनीलैप पद्धति से महिला नसबंदी और सामान्य तरीके से होने वाली पुरुष नसबंदी की सुविधा मौजूद है। उन्होंने योग्य दम्पत्तियों से अपील की है कि परिवार नियोजन के स्थायी साधन नसबंदी का लाभ लें और जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े को जनपद में सफल बनावें।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि 27 जुलाई तक गोरखपुर जनपद की स्थिति प्रदेश में महिला नसबंदी और पीपीआईयूसीडी में तृतीय स्थान, अंतरा इंजेक्शन इस्तेमाल में सातवें स्थान, साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली के इस्तेमाल के मामले में पांचवें स्थान, कंडोम के मामले में नवां स्थान और इंमर्जेंसी कंट्रासेप्टिव्स के इस्तेमाल के मामले में दूसरे स्थान की रही है। इन सभी साधनों के इस्तेमाल के मामले में गोरखपुर अभी तक प्रदेश में टॉप टेन में रहा है। लोगों के व्यापक जनसहयोग से ही इस रैकिंग को बरकरार रखा जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि नसबंदी के लिए लाभार्थियों का चयन करते समय उनकी कोविड-19 स्क्रीनिंग भी हो रही है। स्वस्थ लाभार्थियों को शारीरिक दूरी का पालन करवाते हुए केंद्र तक लाया जाएगा। सर्जन पर्याप्त सावधानी रखते हुए सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग परिवार नियोजन का अस्थायी साधन अपनाना चाहते हैं उन्हें कंडोम, आईयूसीडी, त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा, साप्ताहिक गोली छाया, पीपीआईयूसीडी, ओरल कंट्रासेप्टिव्स और इंमर्जेंसी कंट्रासेप्टिव्स की सुविधा प्रत्येक कार्य दिवस में स्वास्थ्य केंद्रों और आशा एवं एएनएम के माध्यम से उपलब्ध करवाई जा रही है।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रत्येक गुरूवार को साप्ताहिक मेगा अंतरा दिवस भी मनाया जा रहा है जहां प्रशिक्षित चिकित्सक व स्टॉफ नर्स त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा की सुविधा उपलब्ध कराते हैं। अंतरा की सेवा लेने वाले लाभार्थियों के कार्ड पर टॉल फ्री नंबर 18001033044 भी अंकित करने का निर्देश है। इस नंबर पर पंजीकरण करवा कर लाभार्थी हर प्रकार की शंकाओं का समाधान भी पा सकते हैं। मेगा अंतराल दिवस पर साप्ताहिक गोली छाया, आईयूसीडी समेत परिवार नियोजन के सभी अस्थायी साधन उपलब्ध कराये जा रहे हैं।
पुरुषों को आगे आना होगा
मुख्य चिकित्साधिकारी ने कहा कि नसबंदी में पुरुष सहभागिता पर जोर है और इस मामले में पुरुषों को स्वयं भी आगे आना होगा। पुरुष नसबंदी आसान है और इसके कोई भी नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता। उन्होंने बताया कि जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के दौरान जनपद स्तर पर उत्तर प्रदेश टेक्निकल सपोर्ट यूनिट (यूपीटीएसयू) और शहरी क्षेत्र में पापुलेशन सर्विसेज इंटरनेशन (पीएसआई) तकनीकी सहयोग दे रहा है।
पिछले साल रहा बेहतर प्रदर्शन
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नंद कुमार ने बताया कि पिछले साल 21 दिन के भीतर जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के दौरान कुल 1228 महिलाओं ने जबकि 39 पुरुषों ने नसबंदी के स्थायी साधन को अपनाया। उन्होंने यह भी बताया कि पुरुष नसबंदी कराने वाले लाभार्थियों को 2000 रुपये जबकि महिला नसबंदी के लाभार्थियों को 1400 रुपये उनके खाते में भेजे जाते हैं। पुरुष नसबंदी के लिए प्रेरक आशा, एएनएम और आंगनबाड़ी को 300 रुपये जबकि महिला नसबंदी के लिए 200 रुपये दिये जाते हैं। पुरुष नसबंदी के लिए प्रेरित करने वाले गैर सरकारी व्यक्ति को भी 300 रुपये देने का प्रावधान है।
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