कोरोना वार्ड फुल, इलेक्टिव सर्जरी ठप

200 बेड का कोरोना वार्ड फुल, इलेक्टिव सर्जरी ठप



गोरखपुर। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में लेवल-टू और थ्री का 200 बेड का कोरोना वार्ड पूरी तरह से फुल हो गया है। 160 नॉर्मल बेड और 40 बेड के वेंटीलेटर पर मरीज भर्ती हैं। एक-दो वेंटीलेटर छोड़कर सभी बेडों पर मरीज आ गए हैं। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने दूसरे विभागों से रेजीडेंट की ड्यूटी वार्ड में लगा दी है। साथ ही जूनियर डॉक्टरों की छुट्टी भी निरस्त कर दी है। जिसके कारण इलेक्टिव सर्जरी ठप हो गई है।


गोरखपुर और बस्ती मंडल में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बीते चार दिनों में जिले में करीब 250 संक्रमित मिले हैं। इससे बीआरडी प्रशासन के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है। इसकी वजह से कोरोना वार्ड पूरी तरह से फुल हो गया है। ऐसे में अब मेडिकल कॉलेज प्रशासन के सामने मुश्किलें खड़ी हो गई है।


इलेक्टिव सर्जरी ठप, होगी इमरजेंसी सर्जरी


बीआरडी मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जूनियर डॉक्टरों की छुट्टी निरस्त कर दी है। सर्जरी, मेडिसिन, पीडिया समेत एक दर्जन विभागों के रेजीडेंटों की ड्यूटी कोरोना वार्ड में लगा दी गई। इसके कारण पहले से तय इलेक्टिव सर्जरी ठप हो गई। इसकी तस्दीक सर्जन डॉ. अभिषेक जीना ने की। उन्होंने बताया कि इमरजेंसी में ही सर्जरी की जाएगी। इलेक्टिव में सिर्फ बेहद जरूरी मरीजों की सर्जरी होगी।


हल्के सर्दी-जुकाम के मरीजों को भी कर दे रहे हैं रेफर


बीआरडी मेडिकल कॉलेज प्रशासन का कहना है कि बाहर से जो भी मरीज आ रहे हैं, उनमें कई ऐसे मरीज हैं, जिन्हें हल्का सर्दी जुकाम और बुखार है। ऐसे मरीजों का इलाज लेवल वन अस्पताल में हो सकता है। कॉलेज प्रशासन का कहना है कि केवल गंभीर मरीजों को बीआरडी में भेजेंगे, तो बेड भी खाली रहेंगे और सही समय पर गंभीर मरीजों का इलाज भी हो पाएगा।


बोले बीआरडी प्राचार्य


कोरोना वार्ड पूरी तरह से फुल हो गया है। वेंटीलेटर भी फुल हो चुके हैं। गोरखपुर और बस्ती मंडल का इकलौता कोविड-लेवल टू और थ्री का अस्पताल है। यहां केवल गंभीर मरीजों को ही रेफर किया जाए, जिससे की गंभीर मरीजों का इलाज सही समय पर हो सके।


-डॉ. गणेश कुमार, प्राचार्य, बीआरडी मेडिकल कॉलेज


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