- कोरोना जांच करने वाले एलटी ट्रैफिक जाम में फंसे, अस्पताल में भड़क गए लोग
- जांच कराने गए लोगों ने लगाया आरोप, अव्यवस्था के बीच हो रही जांच
- निरीक्षक बोले, जाम में फंसने की वजह से देर से शुरू हुई जांच
गोरखपुर। कोरोना की जांच के नाम पर 100 बेड टीबी अस्पताल में लापरवाही बरती जा रही है। इसे लेकर जांच कराने गए लोगों ने मंगलवार को विरोध जताया। लोगों का कहना था कि जांच के लिए सुबह बुला तो लिया गया, लेकिन जांच दोपहर बाद शुरू हुई। इतना ही नहीं अव्यवस्था के बीच जांच हुई। वहीं, दूसरी ओर जिम्मेदारों ने यह तर्क दिया कि एलटी जाम में फंस गया था। इस वजह से देरी हुई है।
जानकारी के मुताबिक फल मंडी के पीछे रहने वाले एक परिवार की बुजुर्ग महिला दो दिन पूर्व कोरोना पॉजिटिव आई थी। रविवार की देर रात महिला की मौत हो गई थी। सोमवार को दाह संस्कार के बाद देर रात घर के एक सदस्य के पास जांच के लिए फोन गया। बताया गया कि 100 बेड टीबी अस्पताल में मंगलवार को जांच होगी।
इस पर घर के 12 सदस्य मंगलवार की सुबह 100 बेड टीबी अस्पताल में पहुंच गए। वहां पहुंचने पर काफी देर तक जांच नहीं शुरू हुई। धीरे-धीरे भीड़ बढ़ती गई और करीब 12 बजे तक जांच नहीं हो सकी। इस पर लोगों ने हो-हल्ला शुरू कर दिया।
डीएम तक पहुंचा मामला, जाम से किसी तरह निकालकर भेजा गया एलटी
इस पर उन्हें बताया गया कि नमूना लेने वाला एलटी जाम में फंस गया है। इसकी वजह से देरी हो रही है। लोगों ने बताया कि यहां अव्यवस्था ज्यादा है। ऐसे में सामान्य निगेटिव व्यक्ति अगर जांच कराने आ जाएगा, तो वह पॉजिटिव होकर जाएगा। 100 बेड टीबी अस्पताल के इंचार्ज डॉ एके चौधरी ने बताया कि एलटी जाम में फहंस गया था। इस वजह से जांच में देरी हुई है। यहां साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखा जा रहा है।
मामले की जानकारी किसी ने डीएम को दे दी। डीएम तक बात पहुंची तो प्रशासन पूरी तरह से चौकन्ना हो गया। इसके बाद एलटी को किसी तरह जाम से निकाला गया और वह 100 बेड टीबी अस्पताल में पहुंचा और जांच शुरू किया। तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।
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