विश्व कल्याण के लिए महंत रविंद्र दास ने दी 51 सौ महामन्त्रों की आहुति

गोरखपुर। श्री संकट मोचन काली बाड़ी मंदिर व राष्ट्रीय सेवा परिषद द्वारा शुक्रवार को वैश्विक महामारी को जड़ से समाप्ति व विश्व कल्याण के लिए ब्रम्हमुहूर्त में विशेष महायज्ञ श्री संकट मोचन काली बाड़ी मंदिर परिसर में महंत रविंद्र दास ने 51 सौ महामन्त्रों से आहुति दी। इसके पश्चात चंडीमहामंत्र का जाप किया।



इस दौरान महंत रवींद्र दास ने कहा कि वायरस के संक्रमण से बचने के लिए अपने घरों में ही सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए हवन-पूजन करना चाहिए जिससे देश में फैल रहे दुष्प्रभाव का नाश हो और करोना महामारी से बचा जा सके। हिन्दू सनातन धर्म में पूजा का सबसे अच्छा मार्ग हवन और यज्ञ है। इस विधि से भगवान को सदियों पहले से ही हमारे ऋषि मुनि रिझाते हुए आये है। यज्ञ को अग्निहोत्र कहते हैं। अग्नि ही यज्ञ का प्रधान देवता है। हवन में डाली गई सामग्री प्रसाद सीधे हमारे आराध्य देवी देवताओं तक पवित्र अग्नि के माध्यम से जाता है। वैज्ञानिक तथ्यानुसार जहाॅ हवन होता है, उस स्थान के आस-पास रोग उत्पन्न करने वाले कीटाणु शीघ्र नष्ट हो जाते है। अतः सभी मानव जाति से निवेदन है कि हवन आदि अपने धर्म स्थलों व अपने घरों में एक एक दिन के अंतराल में जरूर करे।
इसमें सह यजमान मंजीत कुमार श्रीवास्तव (सप्पू बाबू), काशी के पुजारी उपेन्द्र मिश्र, दीपक पांडेय और दयानन्द तिवारी आदि लोग शामिल रहे।


Comments