गोरखपुर। कोरोना की वैश्विक महामारी में जहाँ सब लोग घर में बंद है, ऐसे में जो पशु सड़कों पर रहे है, उनके पेट की आग कैसे बुझेगी। यही सोचकर शहर के प्रतिष्ठित प्रतिष्ठान रामजस राय आसकरनदास के प्रोपराइटर नवल शाह और उनके पुत्र दामोदर शाह सड़क और गली में घूम रहे छुट्टा गो-वसंजो को भोजन कराने का जिम्मा उठाया है। कहा जाता है गो सेवा से बड़ा कोई नहीं है। गो माता के अंदर 33 करोड़ देवी देवताओं वास करते हैं। पशु भले ही बोल न पाएं, पर इन्हें भी हमारी तरह भूख-प्यास लगती है, तकलीफ होती है। जिसे इनके शारीरिक हाव-भाव से आसानी से समझा जा सकता है। इन जानवरों के प्रति हमारी सहानुभूति व संवेदनशीलता में कमी आती जा रही है, जबकि इन पशुओं के प्रति संवेदना रखना ही सबसे बड़ी इंसानियत है। हमारे प्रति उनका व्यवहार ही सब कुछ बता देता है। अत: इन निरीह, बेजुबान जानवरों की सेवा व रक्षा करना हमारा कर्तव्य है।
आपको बता दे शाह परिवार हमेशा से ही सामाजिक सरोकार से जुड़े हुए कार्यो में बढ़-चढ़कर अपनी सहभागिता सुनिश्चित कराता रहा है। जब से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र्र मोदी ने लॉक डाउन का एलान किया है, तब से प्रतिदिन श्री शाह ने अपने साथ केला, गुड़, रोटी और भी अन्य सामान लेकर शहर में घुम घुमकर असहाय पशुओं को भोजन देने का पुनीत काम कर रहे है। उनका मानना है कि गो माता ही कोरोना जैसे बड़ी महामारी से इस दुनिया को बचा सकती है। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री महंत आदित्यनाथ द्वारा किये जा रहे प्रयासों की सराहना किया। उन्होंने इस महामारी से लड़ रहे कर्मयोगियों जैसे चिकित्सा के लिए डॉक्टर, नर्स, सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी, प्रशासन के लोग, सफाईकर्मी के अलावा मीडिया के लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी तरह के सहयोग के लिए हमारी फर्म प्रशासन के साथ खड़ी है।
फूल देकर उनके पुत्र दामोदर शाह बढ़ा रहे है पुलिसकर्मियों का हौसला
नवल शाह के पुत्र दामोदर शाह इस संकट की घड़ी में देश सेवा में जुड़े हुए पुलिसकर्मियों को फल देकर उनका हौसला बढ़ाने का काम कर रहे है। उनका कहना है कि अपनी जान की चिंता किये बिना देश सेवा में जुड़े इन लोगों की जितना भी सराहना किया जाय, वो भी कम है। समस्त योद्धाओं को सैल्यूट करते हैं।
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