युवा कवियों के कविताएं से सजा राष्ट्र वंदन का मंच

गोरखपुर। राष्ट्र वंदन उत्सव साप्ताहिक प्रतियोगिता का समापन शुक्रवार को युवान कवियों के स्वरचित कविताओं की प्रस्तुति से हुआ। कवियों ने अपने ओजपूर्ण कविताओं के माध्यम से देश भक्ति, राष्ट्र भक्ति को छूता हुआ मन को प्रफुल्लित व भाव विभोर कर दी।



कवि अभिषेक पांडेय ने पढा *आम आदमी सच बोते तो, बड़ी सजाएं हो जाती हैं* को लोगो ने खूब सराहा वहीं सलीम मजहर ने पढा *सभी शहरो से प्यारा है हमारा शहर ए गोरखपुर, सभी कहते है देखेंगे दोबारा शहर ए गोरखपुर* तो तालियां बजती ही रही तथा मिन्नत गोरखपुरी ने शेर अर्ज किया *इस हकीकत से किसी को क्या मतलब कर्ज सारा उतर जाता है, जीत लेता है सब दुनिया को और अपने बच्चों से हार जाता है* तो भी खूब वाहवाही मिली वही अमृत चंद मिश्रा ने *तख्त बदलने से तजुरबे  नही बदलते, संदूक की वो चाभी बुजुर्ग अपने पास रखते है* को पढकर माहौल को भाव विभोर कर दिया।



इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष डा़ धर्मेन्द्र सिंह,शैलेष मणि त्रिपाठी,विश्वजितांशु सिंह, दुर्गेश त्रिपाठी, मनोज गौड़ ने माँ भारती के चरणों मे पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्ज्वलित कर के किया।
अपने उद्बोधन मे डा धर्मेन्द्र सिंह ने कहा कि जब जब राजनीति अधर मे पड़ी है तब तब कवियों ने ही देश को सम्भाला है, आज राष्ट्र वंदन उत्सव मे कवियों को मंच देकर राष्ट्र के महापुरुषों को जो ये श्रद्धांजलि दी जा रही है ये अद्वितीय है, कवियों के कलम ने कविता के प्रहार से देश की स्थितियों परिस्थितियों को सुधारने का काम किया है और आज युवाओं मे भारतीय सांस्कृतिक का आचरण बढे इस उद्देश्य के साथ किया जा रहा ये उत्सव सराहनीय है और जब युवा चारित्रिक रूप से शुद्ध व विचारवान होगा तब किसी कानून की जरूरत नही होगी भारत मे कोई अपराध नही होगा भारत पुनः वैभव के पद पर आसीन होगा।
शैलेष मणि त्रिपाठी "मोबाइल बाबा" ने भी अपने सम्बोधन मे कार्यक्रम की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कलम व कवियों की ताकत की बाते बतायी।
कार्यक्रम की प्रस्तावना दुर्गेश त्रिपाठी ने रखी।
संचालन मुकुन्द शुक्ल ने किया।
बतौर निरीक्षक मशहूर कवि व शायर मिन्नत गोरखपुरी व अभिषेक पांडेय रहे।
इस दौरान मनोज अग्रहरि, गुल शेर सिंह गिल, रवि दुबे, सलीम मजहर, कंचनलता खेमका, माया गुप्ता,स्वीटी जायसवाल, आशा मिश्रा, वृषाली गुप्ता, रणविजय सिंह, अशोक सिंह, रंजीत कसौधन,  धर्मराज राना, सुदर्शन समेत तमाम लोग उपस्थित रहे।त्र


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