वसंत पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई संगम में डुबकी


  • 30 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में किया स्नान

  • 20 घाटों पर दिन भर लगी रही स्नानार्थियों की भीड़

  • 174 सीसीटीवी कैमरों से माघ मेला क्षेत्र पर रखी गई नजर



प्रयागराज। वसंत पंचमी पर बृहस्पतिवार को संगम पर पुण्य की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं का तांता लग गया। आधी रात के बाद से ही संगम जाने वाले मार्गों पर आस्था.भक्ति की लहरें हिलोरें मारने लगीं। एक तरफ संगम स्नानए दूसरी ओर सर्कुलेटिंग एरिया में अदृश्य सरस्वती के नाम पर दीपदान और त्रिवेणी में दूध की धार अर्पित कर अभिषेक करने की दिन भर होड़ मची रही। मेला प्रशासन ने देर शाम तक 30 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के संगम स्नान का अनुमान व्यक्त किया।
संगम नोज समेत माघ मेला के आठ किमी लंबे गंगातट बृहस्पतिवार भोर में स्नानार्थियों की भीड़ से खचाखच भर गए। वसंत पंचमी भले ही एक दिन पहले लग गई थीए लेकिन उदया तिथि में स्नान के लिए हर किसी को सूर्योदय का इंतजार था। पौ फटने के साथ ही अरैल से नागवासुकि के बीच मेला के छह सेक्टर में बने 20 घाटों पर गंगा.यमुनाए सरस्वती के जयघोष के साथ डुबकी लगने लगी।
सुबह सीएम समेत कई मंत्रियों के संगम स्नान के लिए पहुंचने के बावजूद आम श्रद्धालुओं को कहीं व्यवधान का सामना नहीं करना पड़ा। पुण्य की डुबकी लगाने के लिए संगम पर श्रद्धालुओं का तांता संगम जाने वाले हर मार्ग पर लगा रहा। संगम जाने वाले मार्गों पर दूर.दराज से आए लोग एक.दूसरे का हाथ पकड़ कर चल रहे थे। रास्ते भर ढोलए झांझए हारमोनियम के साथ रामनाम संकीर्तन करने वाली भजन मंडलियां श्रद्धालुओं में भक्ति भाव का और भी संचार करती रहीं। संगम में डुबकी के साथ दान और ध्यान में रमे लोग रेती पर जम गए। कहीं तिल रखने की जगह नहीं थी।
श्रद्धालुओं की मदद के लिए हर घाट पर वालेंटियर



स्नानार्थियों को सहजता से स्नान घाटों तक पहुंचाने के लिए यातायात की तो ठोस रणनीति बनाई ही गई थीए हर घाट पर वालेंटियर लगाए गए थे। संगम नोज या किसी भी घाट पर स्नानार्थियों की भीड़ रुकने या एकत्र न होने पाएए इसके लिए पुलिस के अलावा अर्धसैनिक बल के जवान लगातार मशक्कत करते रहे। स्नान करने के बाद मेला क्षेत्र से बाहर निकलने या शिविरों में पहुंचने के लिए भी वालेंटियर्स की ओर से मदद की जाती रही।
सैकड़ों बिछड़े लोगों को फिर संगम टावर ने मिलाया
प्रयागराज। भीड़ नियंत्रित करने के साथ ही खोए हुए लोगों को मिलाने के लिए संगम टावर समेत अन्य टावरों से लगातार एनाउंस किया जाता रहा। संगम टावर पर अपनों से बिछड़े सैकड़ों लोगों को मिलाया गया। यहां खोए हुए लोगों के बारे में लगातार जानकारी दी जा रही थी।
संगम नोज पर गूंजते रहे गंगा.यमुना के जयकारे



वसंत पंचमी पर चौकस व्यवस्था के बीच संगम नोज समेत अन्य घाटों पर दिन पर दान के साथ ही ध्यानए पूजा की होड़ मची रही। पांटून पुलों पर सुबह जाम की नौबत बनी रही। सिर पर गठरी लिए लोग शिविरों और सड़कों से होकर संगम की ओर बढ़ते रहे। श्रद्धालु लगातार गंगा.यमुना मैया के जयकारे लगाते हुए घाटों की ओर बढ़ रहे थे।

क्रियायोग से शरीर के भीतर पांच शक्तियों को जगाने का अभ्यास



प्रयागराज। माघ मेला में मोरी मार्ग स्थित गंगा तट पर क्रियायोग शिविर में योगिराज महाअवतार बाबा की परंपरा के योग गुरु स्वामी योगी सत्यम ने वसंत पंचमी पर देश.विदेश से आए सैकड़ों भक्तों को क्रिया योग का अभ्यास कराकर ऊर्जा का संचार किया। उन्होंने क्रियायोग के जरिए मानव के भीतर पांच अलौकिक ज्ञान व शक्ति चक्रों  मूलाधारए स्वाधिष्ठानए मणिपुरए अनहतए विशुद्धि तक को जागृत कर जीवन में शांति और आनंद की प्राप्ति करने के उपाय बताए। बताया कि इस स्थिति में मनुष्य के अंदर अश्विनि कुमारए इंद्रए पवन देवता एवं धर्मराज के ज्ञान की शक्तियां प्रकट हो जाती हैं। 


राम के आदर्शों को अपनाएं युवा : स्वामी आनंद गिरि


प्रयागराज। संगम नोज स्थित गंगा सेना शिविर में कथा के आठवें दिन योगाचार्य स्वामी आनंद गिरि महाराज ने कहा कि भगवान राम के आदर्शों को अपनाकर ही देश व समाज को प्रगति के पथ पर ले जाया जा सकता है। उन्होंने नई पीढ़ी का आह्वान किया कि वह राम के आदर्शों का अनुसरण करे। कथा संचालन कवि शरद कुमार मिश्र ने किया। व्यास पीठ की पूजा एवं आरती में देवास रियासत की राजमाता श्रीमंत गायत्री राजे पॉवर, देवेंद्र मिश्र, इरा मिश्रा, शारदा पांडेय, विजय खेतान, संदीप तिवारी, संत सुमन दास सहित अन्य श्रद्धालु शामिल थे।

विहिप प्रांत कार्यालय में 35 बच्चों का हुआ उपनयन संस्कार



विश्व हिंदू परिषद के प्रांत कार्यालय केसर भवन में बृहस्पतिवार को 35 बच्चों का उपनयन संस्कार हुआ। यहां महर्षि भरद्वाज वेद विद्या समिति की ओर से आयोजित यज्ञोपवीत संस्कार में इन बच्चों का उपनयन संस्कार किया गया। उपनयन संस्कार में दिल्ली से आए आचार्य चंद्रभान गुरु के सानिध्य में हुआ। इस अवसर पर महर्षि भरद्वाज वेद विद्या समिति के प्रमुख शंभू नाथए आचार्य सुनील शर्माए पंकज शर्माए मोहित पांडेयए दीपक अवस्थीए राकेश श्रीवास्तवए हरिओमए  के साथ महर्षि भरद्वाज वेद विद्या समिति के अध्यक्ष डाण् आरएन मिश्रए वीके मित्तलए विहिप कार्यालय प्रमुख सुनील सिंहए राजीव मिश्रए मुकेश कुमारए धीरेंद्र कुशवाहाए गौरव जायसवाल आदि मौजूद रहे।


 


 


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