पूर्वांचल के कण कण में एक विशाल और समृद्ध सांस्कृतिक परम्परा : डॉ. रूप



गोरखपुर। विश्व धरोहर सप्ताह के अन्तर्गत सोमवार को राजकीय बौद्ध संग्रहालय गोरखपुर द्वारा बौद्ध कला में बुद्ध विषय पर छायाचित्र प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। मुख्य अतिथि डॉ. रूप कुमार बनर्जी ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।  इस दौरान डॉ. बनर्जी ने कहा कि हमारी धरोहरें बहुमूल्य हैं और विश्व धरोहर सप्ताह के अन्तर्गत हमें धरोहरों को सुरक्षित एवं संरक्षित रखने का दृढ़ संकल्प लेना होगा तभी हम अपनी अमूल्य धरोहरों को युगों युगों तक सुरक्षित रख पायेगेें। धरोहरों के माध्यम से ही अपनी समृद्ध संस्कृति का यह स्वरूप वैश्विक स्तर पर मजबूती के साथ सबके समक्ष रख पाते हैं। उन्होने यह भी कहा कि पूर्वांचल के कण कण में एक विशाल और समृद्ध सांस्कृतिक परम्परा रही है। 
 प्रदर्शनी में भगान बुद्ध के जन्म से लेकर महापरिनिर्वाण तक के घटनाक्रम को बहुत सुन्दर तरीके से चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। जिसमें भगवान बुद्ध का जन्म की घटना, महाभिनिष्क्रमण की घटना, बोधगया में ज्ञान प्राप्ति की घटना, धर्मचक्र प्रवर्तन की घटना तथा इसके साथ ही साथ देश के अन्य भागों में बौद्ध धर्म से सम्बन्धित घटनायें यथा-सांची, भरहुत एवं अजन्ता एलोरा आदि को प्रमुखता से दिखाया गया है। संग्रहालय के उप निदेशक डॉ. मनोज कुमार गौतम ने कहा कि हमारे देश में कई ऐसे स्थान हैं, जिन्हें यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर के सूची में शामिल किया गया है। इन स्थानों का बहुत ही महत्वपूर्ण ऐतहासिक महत्व है, इसके साथ ही यह स्थान काफी प्राचीन है। यहीं कारण है कि इनके संरक्षण का महत्व और भी बढ़ जाता है।
डॉ. मनोज ने कहा कि कला ही काल का निर्धारण और मार्गदर्शन करता है। भारतीय कला एवं संस्कृति के प्रचार-प्रसार तथा बच्चों को अपने कर्तव्य के प्रति जागरूक करने के लिए संग्रहालय द्वारा इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। उप निदेशक ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में सर्वश्री सुभाष चन्द्र चौधरी, सूरज पटेल, शिवम यादव, अजीत यादव, अंजनी यादव, अनिल, रामकोमल आदि प्रमुख लोग उपस्थित रहे । कार्यक्रम मे सहयोग हेतु उपस्थित अतिथियों, मीडिया बन्धुओं एवं कर्मचारियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। 


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