सुप्रीम कोर्ट से राममंदिर के पक्ष में आए फैसले के बाद लोगों में काफी उल्लास है। विश्व हिंदू परिषद के संयोजन में और धर्मयात्रा महासंघ के बैनर तले अयोध्या से जनकपुर तक निकाली जाने वाली राम बारात इस वर्ष और ज्यादा धूमधाम से निकाली जाएगी। इसमें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित देश प्रमुख विशिष्ट व्यक्तियों के साथ ही नेपाल के राजपरिवार के शामिल होने की संभावना है।
श्रीराम विवाह आयोजन समिति के संयोजक तथा विहिप केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज ने बताया बारात 21 नवंबर को कारसेवकपुरम से धूमधाम से निकाली जाएगी। यह बारात विभिन्न पड़ावों से गुजरते हुए 28 नवंबर को जनकपुर पहुंचेगी। 29 नवंबर को दशरथ मंदिर के प्रांगण में तिलकोत्सव, 30 नवंबर को कन्या पूजन के अलावा मटकोर का आयोजन किया जाएगा।
विवाहोत्सव से पहले रामलीला में धनुष यज्ञ का भी आयोजन होगा। फिर रात में विधिपूर्वक विवाह संपन्न होगा। दो दिसंबर को कलेवा का आयोजना होगा। इस दौरान एक सौ आठ निर्धन बालिकाओं का सामूहिक विवाह भी आयोजित किया जाएगा। फिर तीन दिसंबर को जनकपुर से बारात वापस अवध धाम आ जाएगी। बारात के साथ दो सुसज्जित रथ रहेंगे। जिस पर भगवान के स्वरूप रहेंगे। इस बार बारात में अयोध्या, हरिद्वार, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के संत शामिल होंगे। इसके अलावा नेपाल के राज परिवार के शामिल होने की संभावना है। आमंत्रण उन्हें भी भेजा गया है। यह बारात हर पांचवें वर्ष निकलती है। कारसेवकपुरम से 21 नवंबर को प्रात: बारात यात्रा को श्रीरामजन्म भूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास वैदिक मंत्रोचारण के साथ प्रस्थान करायेंगे। बारात में शामिल होने के लिए दूर दराज से संतों और रामभक्तों का आगमन प्रारंभ हो गया है।
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