श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र हट्टी माई 

100 वर्ष से भी अधिक पुराना है माता का मंदिर, यहां होती है माता की पिंडी की पूजा


गोरखपुर शहर के घनी आबादी वाले इलाके में स्थित हड़ी माई के मंदिर में शहरवासियों की खासी निष्ठा है। वे न केवल यहां दर्शन-पूजन करने के लिए आते हैं बल्कि तमाम लोग अपने बच्चों को मुंडन संस्कार इस मंदिर में कराते हैं। नवरात्रि के अलावा नागपंचमी से लेकर रक्षाबंधन तक यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। फिलहाल इस मंदिर में निर्माण कार्य भी चल रहा है।


                   


गोरखपुर। शहर के बीचों बीच स्थित हट्ठी माई का मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। लोग यहां मां का दर्शन करने तो आते ही हैं साथ ही तमाम लोग यहां बच्चों का मुंडन करवाते हैं। मंदिर के पुजारी दुर्गेश माली ने बाताया कि माता का मंदिर 100 वर्ष से भी अधिक पुराना है। पहले यहां माता की पिंडी हुआ करती थीशहर के लोग माता की पिंडी की पूजा किया करते थे। उन्होंने बताया कि उनके पुरखे ही इस मंदिर की व्यवस्था देखते आ रहे हैं। उनके दादा गोरख माली के बाद उनके पिता वंशराज माली ने मंदिर की देख भाल की और अब वे इस मंदिर की व्यवस्था देख रहे हैं। उनके मुताबिक मंदिर में जो मूर्ति रखी है वह भी काफी पुरानी है। अब नए सिरे से मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को अधिक सुविधा मिल सके। नवरात्रि के दिनों में भी यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाती है। नवरात्र के दौरान यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजन अर्चन के लिए पहुंचते हैं।


 


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