ॐ नमः शिवाय की जप से मिलती सभी कष्टों से मुक्ति

शुक्रवार मासिक शिवरात्रि व्रत, शिव चतुर्दशी व्रत, चतुर्दशी श्राद्ध



भारत एक त्यौहारो का देश है। यहाँ पर प्रत्येक त्यौहार चाहे वो किसी भी धर्म का हो पुरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। हर दिन यहाँ कोई न कोई पर्व या त्यौहार जरूर होता है। हिन्दू धर्म की मान्यता है की त्योहारों को एकजुट होकर मानाने से आपसी प्रेमए भाईचारा और सामाजिक व्यवस्था बनी रहती है। हिन्दू पंचांग की व्यवस्था प्रकृतिक के आधार पर की गयी है। तभी तो यहाँ ऋतुओ के बदलने पर विभिन्न त्योहारों का आगमन होता है और उस ऋतू के वातावरण के अनुकूल ही त्योहारों के नियम भी होते है। इसी कर्म आज 27 सितंबर 2019 शुक्रवार मासिक शिवरात्रि व्रत, शिव चतुर्दशी व्रत, चतुर्दशी श्राद्ध है। जिसका वर्णन निचे दिया गया है।  


हिन्दू पुराणों के अनुसार शिव चतुर्दशी व्रत की विधि
शिव चतुर्दशी का व्रत हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन किया जाता है। इस दिन भगवान शिव और शिव परिवार माता पार्वतीए गणेश जीए कार्तिकेय और शिवगणों की विधिवत पूजा की जाती है। जो भी व्यक्ति इस दिन व्रत करता है वह कामए क्रोध, लोभ, मोह आदि के बंधन से मुक्त हो जाता है और उसके माता. पिता के सारे पाप नष्ट हो जाते हैं।
शिव चतुर्दशी व्रत विधि
शिव चतुर्दशी के दिन व्रत का संकल्प करके भगवान शिव की धूप, दीप, नवेद्य, पुष्प, भांग, धतूरा और बेलपत्र आदि से आराधना करनी चाहिए। इस दिन व्रत करने वाले को एक ही समय भोजन करना चाहिए। किसी भी मंदिर में जाकर या अपने घर के मंदिर में बैठकर पंचाक्षरी मंत्र  श्ऊँ नम: शिवायश् या श्शिवाय नम:श् शिव के इन मंत्रों का जाप करना चाहिए। महामृत्यंजय मंत्र का जाप प्रतिदिन करना चाहिए। इससे सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है।
चतुर्दशी व्रत के उपरांत ब्राह्मणों को भोजन कराना चाहिए और स्वयं भी भोजन करना चाहिए। शिव चतुर्दशी का व्रत को पूरे श्रद्धाभाव से करने से सम्पूर्ण सुखों की प्राप्ति होती है। इस व्रत की महिमा से व्यक्ति दीर्घायुए ऐश्वर्यए आरोग्यए संतान एवं विद्या आदि प्राप्त कर अंत में शिवलोक जाता है।
शिव चतुर्दशी पर किस चीज को चढ़ाने से कौन सा फल मिलता है
शिव चतुर्दशी के दिन भगवान शिव को चावल चढ़ाने से धन की प्राप्ति होती है।


शिव चतुर्दशी के दिन भगवान शिव को तिल चढ़ाने से सभी पापों का नाश होता है।


शिव चतुर्दशी के दिन भगवान शिव को जों अर्पित करने से सुख समृधि में वृद्धि होती है।


शिव चतुर्दशी के दिन भगवान शिव को गेहूं चढ़ाने से संतान में वृद्धि होती है।
इन सभी वस्तुओं को पूजा के समय भगवान शिव को अर्पण करने के बाद गरीबों में अथवा जिस किसी को इन की सबसे ज्यादा आवश्यकता हो उन्हें दे देनी चाहिए। इससे भगवान शिव की कृपा तो बनी ही रहेगी साथ में आपके पूण्य कर्म से किसी का भला भी हो जायेगा।


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