मां दुर्गा की आराधना की तैयारियों में जुटे उपासक

माँ की आराधना और उपासना शुरू 



लोग जन्माष्टमी और गणेश चतुर्थी के बाद अब मां दुर्गा की आराधना की तैयारियों में जुट गए हैं। अब नौ दिनों तक मां दुर्गा की पूजा-अर्चना होगी। दिनभर मंदिरों में वेदमंत्र गूंजेंगे तो शाम को डांडिया खनकेगे। इसके लिए जिले भर में दुर्गा महोत्सव की तैयारी शुरू हो गई हैं। जगह-जगह पूजा कमेटियों ने पंडालों को अंतिम रूप देने में लगे हैं। आश्विन मास शुक्ल पक्ष तिथि प्रतिपदा रविवार 29 सितंबर को शारदीय नवरात्र का प्रथम दिन आरंभ होगा। इस दिन कलश स्थापना तथा आचार्य पं. द्वारा ध्वजारोपण किया जाएगा। माँ विंध्वसनी ज्योतिष केंद्र के आचार्य पं. भरत मिश्र ने बताया की इस शारदीय नवरात्र में देवी का आगमन गज यानि हाथी पर हो रहा है। उसका फल छात्र भंग होता है। देवि का गमन मुर्गा पर होगा उसका फल व्याकुलता दायक रहेगा जो जन-जीवन के लिए अच्छा नहीं होगा। दिनांक 5 अक्टूबर (शनिवार) को सप्तमी तिथि में मूल नक्षत्र में सरस्वती का आवाहन होगा। सप्तमी को प्रातः काल बेल के वृक्ष का पूजन होगा। 6 अक्टूबर (रविवार) को महा अष्टमी व्रत रखा जाएगा। अष्टमी का उपवास किया जाएगा तथा उसी दिन नवमी तिथि दिन में 2:16 बजे से अगले दिन 7 अक्टूबर (सोमवार) को दोपहर 3:05 तक नवमी तिथि रहेगी। उसके उपरांत दशमी तिथि लग जाएगी। नवमी में होम दशमी में नवरात्र व्रत की पारण किया जाएगा।


Comments