-ज्योतिषाचार्य पंडित भरत मिश्र के अनुसार शारदीय नवरात्र में देवी का आगमन घोड़े पर होगा

नवरात्र में देवी माँ का आगमन घोड़ा पर और गमन मुर्गा से होगा



-आश्विन मास शुक्ल पक्ष तिथि प्रतिपदा रविवार 29 सितंबर 2019 को शारदीय नवरात्र का प्रथम दिन आरंभ होगा।


-इस दिन कलश स्थापन तथा ध्वजारोपण किया जाएगा।



-ज्योतिषाचार्य पंडित भरत मिश्र के अनुसार


शारदीय नवरात्र में देवी का आगमन घोड़ा पर होगा। उसका फल छात्र भंग होता है।  देवि का गमन मुर्गा पर होगा उसका फल व्याकुलता दायक रहेगा जो अच्छा नहीं होगा। 5 अक्टूबर शनिवार को सप्तमी तिथि में मूल नक्षत्र में सरस्वती का आवाहन होगा। सप्तमी को प्रातः काल बेल के वृक्ष का पूजन होगा। 6 अक्टूबर रविवार को महा अष्टमी का उपवास किया जाएगा। उसी दिन नवमी तिथि दिन में 2 बजकर 16 मिनट पर लग जा रही है अगले दिन 7 अक्टूबर सोमवार को दोपहर 3 बजकर 05 मिनट तक नवमी तिथि रहेगी। उसके उपरांत दशमी तिथि लग जाएगी। नवमी में होम दशमी में नवरात्र व्रत की पारण किया जाएगा।


 विजयादशमी
आश्विन शुक्ल दशमी को विजयादशमी होती है जिसमें अपराहन काल की प्रधानता है इस वर्ष तिथि नवमी सोमवार को दिन में 3:05 बजे तक नवमी है इसके बाद दशमी तिथि आई है जिसमें अपराहन कालका स्पर्श मात्र है।
 अपराहन व्याप्ति नहीं है द्वितीय दिन तिथि दशमी मंगलवार को दिन में 4:18 बजे तक दशमी है जिसकी अपराहन काल में पूर्ण व्याप्ति है।
''विजयादशमी सा परदिने एवं अपराह्नब्याप्तौ परा''
 धर्म सिंधु के अनुसार तिथि दशमी मंगलवार 8 अक्टूबर 2019 को विजयादशमी मनानी चाहिए। शारदीय नवरात्र का प्रथम दिन 29 सितंबर 2019 दिन रविवार को प्रतिपदा तिथि रात्रि काल में 10:01 बजे तक है।


द्वितीय तिथि 30 सितंबर 2019 को सोमवार रात्रि काल 7: 52 बजे तक है।
तृतीया तिथि 1 अक्टूबर मंगलवार को सायंकाल 5:57 बजे तक है।


चतुर्थी तिथि 2 अक्टूबर बुधवार को सायंकाल 4:21 बजे तक है।


पंचमी तिथि 3 अक्टूबर गुरुवार को सायंकाल 3:09 बजे तक है।


षष्ठी तिथि 4 अक्टूबर शुक्रवार को दोपहर काल 2:22 बजे तक है।


सप्तमी तिथि 5 अक्टूबर शनिवार को दोपहर काल 2:03 बजे तक है।


अष्टमी तिथि 6 अक्टूबर रविवार को दोपहर काल 2:16 बजे तक है।


नवमी तिथि 7 अक्टूबर सोमवार को दोपहर काल 3:05 बजे तक है।
शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन व्रत रहने वाले लोग 29 सितंबर 2019 दिन रविवार को रखेंगे। महा अष्टमी व्रत रखने वाले लोग 6 अक्टूबर रविवार को महा अष्टमी का व्रत रखेंगे एवं 7 अक्टूबर सोमवार को सूर्योदय काल के बाद पारण कर लेंगे।नवरात्र के 9 दिनों तक व्रत रखने वाले लोग दशमी तिथि 7 अक्टूबर दिन में 3रू05 पर ही लग जा रहा है किंतु उदया तिथि दिनांक 8 अक्टूबर मंगलवार को प्राप्त होने के कारण 9 दिनों का व्रत रखने वाले लोग 8 तारीख दिन मंगलवार को व्रत का पारण करेंगे।


Comments